scorecardresearch

Share Market Crash: भारत पहुंचा चीन का वायरस, क्या इस कारण क्रैश हुआ बाजार?

Share Market Update: सोमवार के शुरुआती कारोबार में शेयर बाजार के दोनों सूचकांक बढ़त के साथ खुले थे। लेकिन, इसे बाद बाजार में बड़ी बिकवाली देखने को मिली है। इस बिकवाली के बाद निवेशकों लाखों करोड़ों रुपये के नुकसान का सामना करना पड़ा है। इस रिपोर्ट में जानते हैं कि आज बाजार में यह बिकवाली क्यों आई है।

Advertisement
The BSE Sensex fell 756.44 points, or 0.93 per cent to 80,992.13. Nifty stood at 24,427.40, down 240.85 points or 0.98 per cent.
The BSE Sensex fell 756.44 points, or 0.93 per cent to 80,992.13. Nifty stood at 24,427.40, down 240.85 points or 0.98 per cent.

शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, सुबह के सत्र में बाजार ने तेजी के साथ कारोबार किया था। बाजार में हो रही बिकवाली से निवेशकों को लाखों करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। ऐसे में सवाल आता है कि आज किन कारणों से शेयर बाजार में बिकवाली में आई है? 

advertisement

कैसी है बाजार की चाल? 

आज सुबह सेंसेक्स 79,503 अंक और निफ्टी 24,087.75 अंक तक पहुंच गया था। लेकिन, 11 बजे के बाद शेयर बाजार के दोनों सूचकांक भारी गिरावट के साथ कारोबार करने लगे। 12.55 बजे सेंसेक्स 1 फीसदी से अधिक गिरकर 78,367.47 अंक पर आ गया। निफ्टी भी 1.10 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 23,738.75 अंक पर ट्रेड कर रहा है। 

इन शेयरों में आई बड़ी गिरावट

बाजार में जारी गिरावट के बीच कई कंपनियों के शेयर में भारी बिकवाली देखने को मिली है।  टाटा स्टील का शेयर (Tata Steel Share) के शेयर 13 फीसदी से अधिकर गिर गए हैं। इसके अलावा Kotak Bank Share, PowerGrid Share, Asian Paints Share, Adani Ports Share के शेयर में भी बड़ी गिरावट आई है। 

क्यों क्रैश हुआ बाजार?

विदेशी निवेशकों द्वारा शेयरों की बिक्री जारी है। जनवरी में अभी तक एफपीआई ने कुल 4,285 करोड़ रुपये का आउटफ्लो किया है। हालांकि, उम्मीद है कि कंपनियों द्वारा जारी तिमाही नतीजों के बाद एफपीआई एक बार फिर से खरीदारी का रुख अपनाएगी।

वैश्विक बाजार से मिल रहे कमजोर संकेत का असर भी भारतीय शेयर मार्केट पर पड़ता है। एशियाई बाजार 1.4 प्रतिशत गिर गया है। डॉलर, यूएस बॉन्ड यील्ड और क्रूड ऑयल में मजबूती का असर भी भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा है। डॉलर के मजबूत होने पर भारतीय करेंसी के मूल्य में गिरावट आती है।   

CLSA ने स्ट्रैटेजी नोट में कहा कि अनिश्चित और जोखिमपूर्ण वैश्विक मैक्रो-वातावरण के साथ-साथ भारत में निकट अवधि में आर्थिक विकास में मंदी के कारण हम 2025 में निफ्टी के लिए कम रिटर्न का अनुमान लगाते हैं। 

Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटैजी वी.के विजयकुमार के अनुसार बाजार पर एफआईआई इनफ्लो का असर शेयर बाजार पर पॉजिटिव इम्पेक्ट डालता है। लेकिन, एफपीआई ने अभी तक आउटफ्लो का रुख अपनाया है। यील्ड में गिरावट और डॉलर के स्थिर होने तक एफआईआई द्वारा बिकवाली जारी रखने की संभावना है। आगामी कंपनियों द्वारा जारी होने वाले तिमाही नतीजों का असर शेयर बाजार में देखने को मिलेगा। 

advertisement

क्या चीन वायरस से है कोई कनेक्शन?

कोरोना जैसे ही एचएमपीवी वायरस का प्रकोप चीन में जारी है। अब इस वायरस का पहला मामला भारत में देखा गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में 8 महीने की बच्ची HMPV वायरस से संक्रमित है। इस वायरस की तुलना कोरोना वायरस से किया जा रहा है। इस वायरस की अभी कोई वैक्सीन नहीं है। 

कई लोगों का मानना है कि भारत में HMPV वायरस का पहला मामला आने के कारण शेयर बाजार में गिरावट आई है। हालांकि, अभी तक इसको लेकर कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। 
 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।