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SEBI का फैसला, अब सेम डे होगा सेटलमेंट

सेबी का कहना है कि BETA वर्जन T+0 सेटलमेंट सायकल लॉन्च करेंगे। 28 मार्च को T+0 सेटलमेंट सायकल लॉन्च करेंगे। T+0 सेटलमेंट सायकल में हिस्सा लेने के लिए सभी निवेशक पात्र होंगे। T+1 के सर्विलांस स्टेप T+0 सेटलमेंट में लागू होंगे। T+0 सायकल में ट्रेडिंग 9.15 से 1.30 बजे तक होगी।

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SEBI ने स्टॉक मार्केट में सेम-डे-सेटलमेंट लागू करने के लिए बड़ा एलान किया है
SEBI ने स्टॉक मार्केट में सेम-डे-सेटलमेंट लागू करने के लिए बड़ा एलान किया है

सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने स्टॉक मार्केट में सेम-डे-सेटलमेंट लागू करने के लिए बड़ा एलान किया है। सेबी का कहना है कि BETA वर्जन T+0 सेटलमेंट सायकल लॉन्च करने जा रही है। 28 मार्च को T+0 सेटलमेंट सायकल लॉन्च होगा। सेटलमेंट सिस्टम का मतलब बायर अकाउंट में शेयरों का ऑफिशियल ट्रांसफर और सेलर अकाउंट में बेचे गए शेयरों के कैश ट्रांसफर से हैं।भारतीय स्टॉक एक्सचेंज मौजूदा समय में T+1 को फॉलो करते हैं। इसका मतलब है कि ऑर्डर के एग्जीक्यूट होने के 24 घंटे में फंड और सिक्योरिटी आपके अकाउंट में आ जाएंगे। आपको बता दें कि सेबी ने साल 2024 की शुरुआत में पहले कंसल्टेशन पेपर इश्यू किए थे।

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अब क्या होगा? 

सेबी का कहना है कि BETA वर्जन T+0 सेटलमेंट सायकल लॉन्च करेंगे। 28 मार्च को T+0 सेटलमेंट सायकल लॉन्च करेंगे। T+0 सेटलमेंट सायकल में हिस्सा लेने के लिए सभी निवेशक पात्र होंगे। T+1 के सर्विलांस स्टेप T+0 सेटलमेंट में लागू होंगे। T+0 सायकल में ट्रेडिंग 9.15 से 1.30 बजे तक होगी। T+0 सेटलमेंट के पहले फेज में सेम-डे सेटलमेंट लागू किया जाएगा, जिसके बाद शेयर खरीदने वालों को उसी दिन शेयर अलॉटमेंट (डीमैट खाते में शेयर पहुंच जाएगा) और बेचने वालों को उसी दिन पैसे मिल जाएगा। कुछ इस तरह से समझिए- अगर आप दोपहर 1:30 बजे तक शेयर खरीदते या फिर बेचते हैं, तो शाम 4:30 बजे तक उनका सेटलमेंट हो जाएगा। वहीं दूसरे फेज में शाम 3:30 बजे तक किए गए सभी लेनदेन के लिए एक ऑप्शनल इमीडिए टट्रेड-बाय-ट्रेड सेटलमेंट की सुविधा दी जाएगी। शॉर्ट टाइम सेटलमेंट का यह सिस्टम मौजूदा T+1 साइकल ऑफ सेटलमेंट के साथ एक ऑप्शन होगा। इससे मार्केट में लिक्विडिटी बढ़ेगी। फिलहाल T+0 सेटलमेंट सिस्टम मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से टॉप-500 लिस्टेड कंपनियों में ट्रेडिंग करने पर लागू होगा। पहले T+5 सेटलमेंट सिस्टम था- भारत में 2002 से पहले तक T+5 सेटलमेंट का सिस्टम था। SEBI ने 2002 में T+3 सेटलमेंट को लागू किया। साल 2003 में T+2 सेटलमेंट लागू किया गया। साल 2021 तक मार्केट इसी सिस्टम पर काम करता रहा। इसके बाद T+1 सिस्टम लाया गया। इसे जनवरी 2023 में लागू किया गया। इससे फंड और शेयर का सेटलमेंट 24 घंटे में होना शुरू हो गया। सेबी के मुताबिक जनवरी 2025 तक T+0 सेटलमेंट सिस्टम पूरी तरह से चलन में आ जाएगा। मान लीजिए कि आपने गुरुवार को शेयर बेचे है। T+1 के अनुसार 1 बिजनेस-डे में इन शेयरों के पैसे आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएंगे। वहीं आपने शेयर खरीदे हैं तो ये शेयर 1 दिन में आपके डिमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे। यहीं नियम T+2 और T+3 सेटलमेंट में भी लागू होता है। 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।