scorecardresearch

Vijay Mallya पर SEBI का बड़ा एक्शन !

सेबी का प्रतिबंध एक जांच के बाद आया है जिसमें पता चला है कि माल्या ने अपनी पहचान छिपाकर और अपने समूह की कंपनियों के माध्यम से हेरफेर और धोखाधड़ी गतिविधियों में संलग्न होकर परिष्कृत लेनदेन के माध्यम से भारतीय बाजार में नकदी डाली।

Advertisement
Vijay Mallya पर SEBI का बड़ा एक्शन !
Vijay Mallya पर SEBI का बड़ा एक्शन !

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हाल ही में विजय माल्या को तीन वर्षों के लिए भारतीय प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। यह निर्णय 26 जुलाई 2024 को जारी किया गया और इसका कारण माल्या द्वारा धन को भारतीय प्रतिभूति बाजार में छिपाने के लिए जटिल लेन-देन का इस्तेमाल करना बताया गया है।

advertisement

कौन है विजय मालया?

विजय माल्या, जो एक समय में भारत के प्रमुख शराब व्यवसायियों में से एक थे, ने अपने व्यवसाय के माध्यम से काफी प्रसिद्धि और धन अर्जित किया। वे यूनाइटेड ब्रुअरीज के पूर्व प्रमुख और यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के बहुमत शेयरधारक थे। हालांकि, उनके खिलाफ कई वित्तीय अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोप लगे, जिसके चलते उन्हें देश छोड़ना पड़ा।

सेबी की कार्रवाई का कारण

सेबी ने यह कार्रवाई माल्या द्वारा प्रतिभूति बाजार में किए गए धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार प्रथाओं के कारण की है। जांच में पाया गया कि माल्या ने Matterhorn Ventures नामक एक विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) के माध्यम से अपने समूह की कंपनियों के शेयरों में अप्रत्यक्ष रूप से व्यापार किया। सेबी की मुख्य सामान्य प्रबंधक, अनिता अनूप ने कहा, "माल्या ने अपने स्वयं के समूह की कंपनियों के शेयरों में अप्रत्यक्ष रूप से व्यापार करने के लिए एक योजना बनाई थी।" उनके लेन-देन UBS AG लंदन में बैंक खातों के माध्यम से परतदार तरीके से किए गए थे, जिससे उनकी पहचान छिपी रही।

Also Read: PNB Q1 Result: Net Profit 159% बढ़कर 3,252 करोड़ रुपये, बैंक ने स्वस्थ संपत्ति गुणवत्ता की रिपोर्ट दी

सेबी का आदेश

सेबी के आदेश में कहा गया है, "ऐसे कार्य न केवल धोखाधड़ी और भ्रामक हैं, बल्कि यह प्रतिभूति बाजार की अखंडता के लिए खतरा हैं।" इससे पहले, सेबी ने 1 जून 2018 से शुरू होकर तीन वर्षों के लिए माल्या को प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित किया था। यह प्रतिबंध USL के शेयरों में अनियमित गतिविधियों और अनुचित लेन-देन के कारण लगाया गया था। हालिया आदेश में, सेबी ने स्पष्ट किया कि माल्या ने धोखाधड़ी और अनुचित व्यापार प्रथाओं में संलग्न होकर प्रतिभूति कानूनों का उल्लंघन किया है। इस कारण से, उनके बाजार प्रतिबंध को तीन और वर्षों के लिए बढ़ा दिया गया है।

जांच की प्रक्रिया

सेबी ने इस मामले की जांच अपने आप शुरू की थी, जो वित्तीय सेवा प्राधिकरण (FSA) से मिली जानकारी के आधार पर थी। जांच में यह पाया गया कि माल्या ने Matterhorn Ventures का उपयोग करके अपने समूह की कंपनियों, जैसे कि Herbertsons और USL के शेयरों में अप्रत्यक्ष रूप से व्यापार किया। जांच में यह भी सामने आया कि माल्या ने UBS के विभिन्न लाभार्थी खातों के माध्यम से धन को भारतीय प्रतिभूति बाजार में भेजा। सेबी ने यह भी बताया कि माल्या कई खातों का अंतिम लाभकारी मालिक था, जिसमें Bayside, Suncoast और Birchwood शामिल हैं।

advertisement

प्रतिबंध के प्रभाव

इस प्रतिबंध का प्रभाव माल्या के लिए गंभीर है। उन्हें न केवल प्रतिभूति बाजार में लेन-देन करने से रोका गया है, बल्कि उन्हें किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के साथ जुड़ने से भी प्रतिबंधित किया गया है। सेबी के आदेश के अनुसार, माल्या की सभी मौजूदा प्रतिभूतियों, जिसमें म्यूचुअल फंड के यूनिट भी शामिल हैं, को फ्रीज कर दिया जाएगा। यह कदम निवेशकों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि कोई भी धोखाधड़ी गतिविधि न हो सके। विजय माल्या पर यह प्रतिबंध भारतीय वित्तीय प्रणाली में अनुशासन और पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह दिखाता है कि सेबी जैसे नियामक संस्थाएँ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी और अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।

इससे यह भी संदेश मिलता है कि भारतीय बाजार में निवेश करने वाले लोगों को सुरक्षित और पारदर्शी वातावरण प्रदान करने के लिए नियामक संस्थाएँ लगातार प्रयासरत हैं। विजय माल्या का मामला एक उदाहरण है कि कैसे वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाती है, और यह अन्य व्यवसायियों के लिए भी एक चेतावनी है कि वे नियमों का पालन करें और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से दूर रहें। सेबी का यह निर्णय न केवल विजय माल्या के लिए, बल्कि पूरे भारतीय वित्तीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है कि नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह भारतीय निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि उनके निवेश सुरक्षित हैं और बाजार में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

advertisement

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।