इस सरकारी बैंक के शेयर में आएगी बड़ी गिरावट? Goldman Sachs ने कहा दूर रहें
अगर NIFTY PSU BANK के पिछले 1 महीने के रिटर्न देखें तो ये माइनस -1.07% हैं तो वहीं 3 महीने के माइनस -6.26% और 6 महीने के -7.94% हैं। अब ऐसे में दिग्गज ब्रोकरेज Goldman Sachs ने सरकारी बैंक पर रिपोर्ट आई है। जो निवेशकों की टेंशन को बढ़ा सकती है।

पिछले कुछ वक्त से सरकारी बैंकों के चुनिंदा शेयरों ने नेगेटिव रिटर्न दिया हैं। अगर NIFTY PSU BANK के पिछले एक महीने के रिटर्न देखें तो ये माइनस -1.07% हैं तो वहीं 3 महीने के माइनस -6.26% और 6 महीने के -7.94% हैं। अब ऐसे में देश से सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI पर Goldman Sachs की रिपोर्ट आई है। जो निवेशकों के मन टेंशन पैदा कर सकती है। जिस SBI स्टॉक पर निवेशक 1000 रुपए के टारगेट्स दे रहे थे, वहीं Goldman Sachs ने एकदम स्टोरी उलटी कर दी है। तो चलिए ब्रोकरेज के नए टारगेट से लेकर उसके पीछे के कारणों को समझते हैं।
RoA को लेकर चिंता
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि SBI को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि इसकी एसेट्स पर रिटर्न (RoA) पीक पर पहुंच चुके हैं और ब्रोकरेज फर्म को लगता है कि भारत के सबसे बड़े लेंडर की वैल्यूएशन महंगी है। ब्रोकरेज ने अपने नोट में लिखा है कि SBI की जोखिम-रिवॉर्ड प्रोफाइल 'unfavourable' हो रही है क्योंकि SBI के RoA की स्थिरता में लगातार समस्याएं बढ़ रही हैं। SBI का 'रिटर्न ऑन एसेट' वित्तीय वर्ष 2024 में 1% से ऊपर पीक लेवल से वित्तीय वर्ष 2026 तक 1% से नीचे आ सकता है। इसके साथ ही बैंक के डिपॉज़िट्स की बढ़ती कमी और घटती कर्ज की ग्रोथ भी बड़ा मुद्दा है।
EPS अनुमान घटाया
गोल्डमैन सैक्स ने अपने नोट में लिखा है कि MSME, कृषि और असुरक्षित पोर्टफोलियो में बढ़ते स्लिपेज से भी क्रेडिट कॉस्ट में बढ़ोतरी हो सकती है। इन तमाम तरह की चुनौतियों के उभरने के चलते गोल्डमैन सैक्स ने वित्तीय वर्ष 2025-2027 के लिए SBI के अर्निंग पर शेयर (EPS) के अनुमान को 9% से घटाकर 3% कर दिया है।
नया टारगेट
ब्रोकरेज फर्म Goldman Sachs ने भारत के सबसे बड़े बैंक SBI की रेटिंग को "neutral" से घटाकर "sell" कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म ने SBI के लिए अपना टारगेट प्राइस ₹841 से घटाकर ₹742 कर दिया है। इसके मायने ये हुए अगर गुरुवार के बंद स्तरों से कैलकुलेशन किया जाए तो स्टॉक में 10% की गिरावट आ सकती है।