Anil Ambani कंपनी की तकदीर बदलने के लिए उठा रहे हैं बड़ा कदम, स्टॉक होंगे रॉकेट?
तेजी से कर्ज मुक्त हो रहे अनिल अंबानी एक बार फिर से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के बिजनेस को खड़ा करने में जुट गए हैं। इसके लिए कंपनी बड़ा कदम उठाने जा रही है।

Reliance Infrastructure ने बिजनेस बढ़ाने के लिए प्रमोटर ग्रुप की कंपनियों और दूसरे निवेशकों को Preferential Issue के जरिए 3,014 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दे दी है, जिसमें ₹240 प्रति शेयर की इश्यू प्राइस पर 12.56 करोड़ शेयर या कन्वर्टिबल वारंट शामिल हैं। इसके अलावा रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने QIP के जरिए 3000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी मांगी है.
यह प्रेफरेंशियल इश्यू राइसी इनफिनिटी प्राइवेट लिमिटेड, एक प्रमोटर ग्रुप कंपनी और अन्य निवेशकों जैसे फ्लोरिंट्री इनोवेशन LLP और फॉर्च्यून फाइनेंशियल एंड इक्विटीज सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को किया जाएगा। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज में दायर किए गए अपने बयान में कहा कि यह कदम प्रमोटर्स की कंपनी में इक्विटी हिस्सेदारी को बढ़ाने की उम्मीद है।
यह शेयर इश्यू 19 सितंबर 2024 को कंपनी के जरिए किए गए एक घोषणा के बाद हो रहा है, जिसमें कहा गया था कि वह नए पूंजी जुटाने के मकसद से संभावित प्रेफरेंशियल शेयर इश्यू की समीक्षा करेगी।
कुछ क्त पहले ही कंपनी ने जानकारी दी हैकि उसने अपने स्टैंडअलोन विदेशी कर्ज को लगभग 87.6 प्रतिशत घटाकर 475 करोड़ रुपये कर दिया है, जो जून तक 3,831 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बताया कि प्रेफरेंशियल इश्यू से उसकी शुद्ध संपत्ति ₹9,000 करोड़ से बढ़कर ₹12,000 करोड़ से अधिक हो जाएगी। इसके साथ ही शेयरधारकों से मंजूरी हासिल करने के लिए एक पोस्टल बैलेट नोटिस भेजा जाएगा।
रिलायंस इन्फ्रा ने कहा कि प्रेफरेंशियल इश्यू का इस्तेमाल बिजनेस के विस्तार, सब्सिडयरी और ज्वाइंट वेंचर में निवेश और लॉन्गटर्म में बिजनेस एक्सपेंशन के लिए फंड की जरूरतों के साथ-साथ सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जाएगा।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर का पिछला धन जुटाने का प्रयास जुलाई 2021 में समान प्रेफरेंशियल इश्यू के जरिए से ₹550 करोड़ जुटाने में शामिल था। उस समय, प्रमोटर्स ने ₹400 करोड़ का निवेश किया था, और वर्दे कैपिटल पार्टनर्स ने ₹150 करोड़ का योगदान दिया था।