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Rahul का बड़ा आरोप- स्टॉक मार्केट में हुआ घोटाला, Modi-Shah ने छोटे निवेशकों के 30 लाख करोड़ रूपए डुबाए

प्रधान मंत्री मोदी ने 20 मई को दिए इंटरव्यू में कहा, 'चुनावी सप्ताह के दौरान, या जिस सप्ताह लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होते हैं, बाजार का प्रदर्शन दिखाएगा कि कौन सत्ता में वापस आ रहा है।' PM मोदी ने आगे कहा था कि 10 साल पहले जब हमारी सरकार आई, तो बाजार 25,000 (सेंसेक्स) पर था और अब 75,000 पर है।

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राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 4 जून के परिणाम पर स्टॉक मार्केट में गिरावट पर बड़ा आरोप लगाया हैं
राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 4 जून के परिणाम पर स्टॉक मार्केट में गिरावट पर बड़ा आरोप लगाया हैं

राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 4 जून के परिणाम पर स्टॉक मार्केट में गिरावट पर बड़ा आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा, 'पीएम ने देश को कहा कि स्टॉक मार्केट तेजी से आगे बढ़ रहा है। होम मिनिस्टर ने सीधा कहा कि 4 जून को स्टॉक मार्केट आगे जाएगा। लोगों को खरीदना चाहिए। इसके बाद छोटे निवेशकों को करोड़ों का नुकसान हुआ।' राहुल ने कहा, 'ये बहुत बड़ा घोटाला है, इसकी जेपीसी जांच होनी चाहिए। 4 जून के पहले शेयर खरीदें। 1 जून एग्जिट पोल आता है। बीजेपी का इंटरनल सर्वे उन्होंने 220 सीटें दे रहा था। इंटेलिजेंस ने कहा था सरकार की 200-220 सीटें आ रही हैं। 3 जून को स्टॉक मार्केट रिकॉर्ड तोड़ देता है। 4 जून को स्टॉक मार्केट नीचे चला जाता है। 31 मई को भारी स्टॉक एक्टिविटी थी। ये वो लोग थे, जो जानते थे कि कोई न कोई घपला हो रहा है। हजारों करोड़ों यहां इन्वेस्ट हुए। 30 लाख करोड़ का नुकसान हुआ। रीटेल इन्वेस्टर का नुकसान हुआ। ये हिंदुस्तान का सबसे बड़ा स्कैम है।' लोकसभा चुनाव के नतीजों वाले दिन यानी, 4 जून को सेंसेक्स 4389 अंक (5.74%) की गिरावट देखने को मिली थी। इससे निवेशकों को 31 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था। 4 जून को BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवर ऑल मार्केट कैप 395 लाख करोड़ रुपए हो गया थो। जो एक दिन पहले यह लगभग 426 लाख करोड़ रुपए था। 

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सवाल: पहले भी आपने कई मामलों में JPC जांच की मांग कर चुके हैं। इस मामले में क्या आप कोर्ट में जाएंगे या पुलिस थाने में शिकायत करवाएंगे?

जवाब: हम आपको जानकारी दे रहे हैं कि जो भी हुआ है, वह नॉर्मल नहीं है। वित्त मंत्री, गृह मंत्री और प्रधानमंत्री ने इंडिकेशन दिया था। अडाणी जी के चैनल के जरिए इंटरव्यू देकर लोगों को मैसेज दिया था। इसके बाद ही लोगों ने इन्वेस्टमेंट किया था। फिलहाल तो हम JPC की मांग कर रहे हैं, ताकि लोगों को इस मामले में पता चल सके।

सवाल: जिनके शेयर सबसे ज्यादा खरीदे और बेचे गए। क्या उनकी भी जांच होनी चाहिए?

जवाब: ये एकदम क्लियर है कि स्कैम हुआ है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने डॉयरेक्ट कहा कि स्टॉक मार्केट ऊपर जाएगा। PM ने साफ कह दिया कि स्टॉक खरीदना चाहिए। जब प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस तरह की बात करते हैं तो जनता का विश्वास बढ़ता है। इन लोगों को पहले से मालूम था कि रिजल्ट 400-300 सीट का नहीं है। फिर भी मार्केट को अस्थिर करने की कोशिश की।

सवाल: क्या आप प्रधानमंत्री और गृहमंत्री पर स्कैम करने का आरोप लगा रहे हैं?

जवाब: हम हवा में बात नहीं कर रहे हैं। अगर मामले की जांच होगी तो सब साफ-साफ पता चल जाएगा। इसके लिए गलत एग्जिट पोल चलाए गए। उन्हीं के लोगों ने इन्वेस्ट किया और उनको फायदा हुआ और बाकी लोगों को घाटा हुआ। इस मामले में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री डायरेक्ट इन्वॉल्व हैं।

सवाल: क्या अडाणी को फायदा उठाने के लिए ऐसा किया गया है?

जवाब: नहीं। लेकिन मेरे कहने का अर्थ है कि अडाणी का कनेक्शन हो सकता है। इसमें भाजपा के सबसे बड़े नेताओं को रिटेल इन्वेस्टर को मैसेज दिया है कि आपको स्टॉक खरीदना चाहिए। उनके पास गलत एग्जिट पोल होने की जानकारी थी। उनके पास जानकारी थी कि भाजपा को बहुमत नहीं मिल रहा और वो जानते थे कि 4 जून को क्या होने वाला है? इस सबसे लोगों का 30 लाख करोड़ रुपए डूब गया है। हजारों-लाखों करोड़ रुपए का चुने हुए लोगों को फायदा हुआ है। इसी वजह से हम जांच चाहते हैं।

सवाल: क्या इस बार के शेयर मार्केट का स्कैम और अडाणी का हिंडनबर्ग मामले में एक साथ जांच हो?

जवाब: ये एक बड़ा इशु है और अडाणी मामले से बड़ा केस है। हालांकि ये दोनों केस एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। हालांकि इसकी जांच होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने शेयर मार्केट खरीदने की सलाह दी थी। ये इतिहास में पहली बार हुआ है कि प्रधानमंत्री स्टॉक मार्केट पर अपनी राय दिए हैं। उन्होंने कई बार इस बात को दोहराया।

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20 मई को पीएम ने एक इंटरव्यू में कहा था- चुनाव नतीजों के बाद शेयर बाजार में तेजी आएगी

प्रधान मंत्री मोदी ने 20 मई को दिए इंटरव्यू में कहा, 'चुनावी सप्ताह के दौरान, या जिस सप्ताह लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित होते हैं, बाजार का प्रदर्शन दिखाएगा कि कौन सत्ता में वापस आ रहा है।' PM मोदी ने आगे कहा था कि 10 साल पहले जब हमारी सरकार आई, तो बाजार 25,000 (सेंसेक्स) पर था और अब 75,000 पर है। PSU बैंकों को देखें, उनके शेयरों की वैल्यू बढ़ रही है। कई सरकारी कंपनियों के शेयर पिछले दो साल में 10 गुना से ज्यादा बढ़ गए हैं।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।