इस PSU Stock ने सिर्फ 5 दिनों में निवेशकों की किस्मत बदल दी!
एक ऐसा PSU Stock को पिछले वक्त से ठंडा रिस्पॉन्स कर रहा था। लेकिन अचानक इस शेयर में ऐसी तूफानी तेजी आई है कि निवेशकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।

एक ऐसा PSU Stock को पिछले वक्त से ठंडा रिस्पॉन्स कर रहा था। लेकिन अचानक इस शेयर में ऐसी तूफानी तेजी आई है कि निवेशकों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है।
कंपनी का नाम ITI लिमिटेड है। ये कंपनी Ministry of Communications के तहत आती है। इसका मतलब ये हुआ कि भारत सरकार की एक इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी है। भारत की सरकार की कंपनी की स्थापन 1948 में हुई थी। कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 90.28 प्रतिशत है।
पिछले 5 दिनों में ये शेयर 50 प्रतिशत तक भाग चुका है। इस हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में शेयर में भारी वॉल्यूम के बीच BSE पर 10 प्रतिशत की तेजी के बाद ITI के शेयर की कीमत 335 रुपये के 10 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। नवंबर महीने में शेयर का भाव 221 रुपये से बढ़कर 334 रुपये के पार पहुंच गया है। जबकि कंपनी के शेयर का ऑल टाइम हाई स्तर 384 रुपये है।
अब जानते हैं कि शेयर में तेजी के पीछे का कारण क्या है?
दरअसल ITI लिमिटेड की सह-नेतृत्व वाले कंसोर्टियम को 3 हजार करोड़ रुपये का भारतनेट ऑर्डर मिला है और क्लैरिटी से समझें तो इस PSU ने अपने कंसोर्टियम पार्टनर के साथ हिमाचल प्रदेश में पैकेज नंबर 8 के लिए और पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पैकेज नंबर 9 के लिए भारतनेट फेज-3 परियोजना में L1 के रूप में सफलता हासिल की, जिसकी कुल ऑर्डर वैल्यू ₹3022 करोड़ है। कंपनी के कुल 11.33 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिसका टर्नओवर ₹32.33 करोड़ था। इस टेलीकॉम उपकरण निर्माता कंपनी का मार्केट वैल्यू ₹27,596 करोड़ तक पहुच गया।
बिजनेस मॉडल
ITI मुख्य रूप से टेलीकॉम उपकरणों के निर्माण, बिक्री और सर्विसिंग का बिजने, करती है और इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP)/मल्टी प्रोटोकॉल लेबल स्विचिंग (MPLS) टेक्नोलॉजी, ऑप्टिकल फाइबर केबल (OFC), माइक्रोवेव रेडियो और सैटेलाइट संचार चैनलों का उपयोग करके संचार नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करती है। इसके अलावा कंपनी टर्नकी कॉन्ट्रैक्ट्स/सोल्यूशंस में जुड़ी है और कस्टमाइज्ड सपोर्ट प्रदान करती है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।