Q2 रिजल्ट्स के दम पर ये PSU Stock तूफान लेकर आया!
भारत की सबसे बड़ी शिपिंग कंपनी Shipping Corporation of India (SCI) के शेयरों में धुआंधार तेजी देखी जा रही है। इंट्रा डे के दौरान शेयर 13 प्रतिशत तक चढ़ गए। शेयर का भाव 240 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गया। आइये जानते हैं स्टॉक में तेजी का कारण?

भारत की सबसे बड़ी शिपिंग कंपनी Shipping Corporation of India (SCI) के शेयरों में धुआंधार तेजी देखी जा रही है। इंट्रा डे के दौरान शेयर 13 प्रतिशत तक चढ़ गए। शेयर का भाव 240 रुपए प्रति शेयर पर पहुंच गया। आइये जानते हैं स्टॉक में तेजी का कारण?
Shipping Corporation of India (SCI), आज के ट्रेड में ₹26.04 (12.26%) की वृद्धि देखी गई है। इस समय कंपनी की कुल मार्केट कैप ₹11,140 करोड़ है। SCI का P/E रेश्यो 13.95 है, जो कंपनी के वैल्यूएशन को दर्शाता है और इसका डिविडेंड यील्ड 0.21% है। पिछले 52 हफ्तों में कंपनी का हाई ₹384.20 और लो ₹130.75 रहा है। शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के बोर्ड ने 1 जनवरी 2025 से एक नए मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। वर्तमान CFO नटराजन प्रकाश सुब्रमण्यम 31 दिसंबर 2024 तक अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे इसके बाद वह इस पद से मुक्त हो जाएंगे।
शेयर में बंपर तेजी के पीछे कंपनी के तिमाही रिजल्ट्स रहे हैं। जिसमें शिपिंग कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही (Q2 FY25) में मुनाफा 343.39 प्रतिशत बढ़कर 291.44 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह रिजल्ट्स कंपनी के ऑपरेशन से रेवेन्यू में 32.71 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 1450.76 करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की समान तिमाही से बेहतर था। कंपनी के प्रॉफिट बिफोर टैक्स (PBT) में भी 304.75% का इजाफा हुआ, जो 298.42 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। जबकि पिछले वर्ष यह 73.73 करोड़ रुपये था. कंपनी का कुल खर्च 7.33% बढ़कर 1195.11 करोड़ रुपये हो गया।
आपको बता दें कि SCI, जो भारत सरकार की 63.75% की हिस्सेदारी वाली एक प्रमुख राष्ट्रीय शिपिंग कंपनी है, अपने कई बेड़े और बिजनेस सेगमेंट के कारण भारतीय शिपिंग क्षेत्र में प्रमुख भूमिका निभा रही है। कंपनी के पास कच्चे तेल और उत्पाद टैंकर, ड्राई बल्क, ऑफशोर सेवाएं और कंटेनर ऑपरेशन के अलावा यात्री जहाजों, केमिकल्स और गैस ट्रांसपोर्ट सर्विस में भी उपस्थिति है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।