
Mukka Proteins : प्रॉफिट बुक करें या होल्ड? नए निवेशक कर लें एंट्री?
Mukka Proteins IPO के लिए इश्यू प्राइस ₹28 प्रति शेयर था। ₹28 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस के मुकाबले ये स्टॉक NSE पर ₹40 प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ है। वहीं, BSE पर यह शेयर ₹44 प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ है। इस तरह से लिस्टिंग के दिन निवेशकों को इस लिस्टिंग से करीब 57% तक का फायदा मिला है।

Mukka Proteins के शेयर दोनों एक्सचेंज यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज - NSE और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज - BSE पर लिस्ट हो गए हैं। इश्यू प्राइस के मुकाबले इस कंपनी के शेयर प्रीमियम भाव पर लिस्ट हुए हैं। ऐसे में एक ही दिन में निवेशक मालामाल हो गए हैं। जिन्हें इस IPO का अलॉटमेंट मिला था, बहुत ही शानदार रिटर्न उनकों मिले हैं। अब ऐसे में तीन जरूरी सवाल हैं? पहला - स्टॉक में करना क्या है? Mukka Proteins के शेयर को बेचकर प्रॉफिट बुकिंग करनी है? दूसरा सवाल - क्या इस स्टॉक में बने रहना चाहिए, क्या इस स्टॉक में वो दम है कि लिस्टिंग लेवल से भी आगे जा सकता है? तीसरा सवाल - क्या नए निवेशक इस स्टॉक में एंट्री ले सकते हैं, जिनका IPO में नंबर नहीं आया है?

Mukka Proteins IPO के लिए इश्यू प्राइस ₹28 प्रति शेयर था। ₹28 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस के मुकाबले ये स्टॉक NSE पर ₹40 प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ है। वहीं, BSE पर यह शेयर ₹44 प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुआ है। इस तरह से लिस्टिंग के दिन निवेशकों को इस लिस्टिंग से करीब 57% तक का फायदा मिला है।
कंपनी करती क्या है? मैंगलोर बेस्ड कंपनी मुक्का प्रोटीन्स भारत में फिश प्रोटीन इंडस्ट्री की लीडिंग कंपनियों में से एक है। कंपनी फिश मील, फिश ऑइल और फिश सॉल्युबल पेस्ट बनाती है, जो एक्वा फीड यानि मछली और झींगा के लिए, पोल्ट्री फीड और पेट फूड के प्रोडक्शन का एक जरूरी कॉम्पोनेंट है।

ये कंपनी फिश मील और फिश ऑइल इंडस्ट्री के रेवेन्यू में कुल बाजार हिस्सेदारी का 45-50% का योगदान करती है। फिश मील, ऑइल और पेस्ट के लिए कंपनी की उत्पादन क्षमता सालाना 1.52 लाख मीट्रिक टन है और कंपनी के भारत में 6 प्लांट हैं। मुक्का प्रोटीन्स के प्रोडक्ट्स की भारत में तो अच्छी खपत है ही, साथ ही यह 15 से ज्यादा देशों में फिश मील एक्सपोर्ट भी करती है। अब ये समझ सकते हैं ये कंपनी एक तरह से लीडर है, अपनी पीयर्स कंपनियों के मुकाबले में। मुक्का प्रोटीन्स फिश मील, फिश ऑइल और इससे जुड़े उत्पादों में घरेलू स्तर पर 25-30% बाजार हिस्सेदारी के साथ इस सेक्टर की एक लीडिंग कंपनी है. ग्लोबल मार्केट में भी कंपनी के प्रोडक्ट्स की अच्छी डिमांड है
अब करना क्या है स्टॉक में, तो इसके लिए बिजनेस टुडे बाजार ने बात की मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह से। उनका कहना है कि Mukka Proteins की बाजार में मोनोपॉली है। इसका कंपिटिशन में कोई कंपनी आसपास भी नहीं है। उनका कहना है कि जिन निवेशकों के पास Mukka Proteins का IPO में नंबर आ गया है वो तो होल्ड करें और 10 से 15 प्रतिशत का स्टॉक लॉस लगाकार रखें। यानि दो सवाल के जवाब मिल गए कि प्रॉफिट बुक नहीं करना है। यहां से स्टॉक में और आगे बढ़ने की संभावना है। अब अगला सवाल है कि क्या नए निवेशक इस लेवल पर एंट्री ले सकते हैं? तो उनका कहना है हां, मौजूदा लेवल पर एंट्री ली जा सकती है।

इसका जवाब इसके फाइनेंशिल्य में भी जुड़ा है। 31 मार्च, 2022 और 31 मार्च, 2023 के दरम्यान, मुक्का प्रोटीन्स लिमिटेड का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 84% और रेवेन्यू 52.52% बढ़ा. पिछले 3 सालों में कंपनी का मार्जिन भी लगातार बढ़ा है. फाइनेंशियल ईयर 2022 में EBITDA मार्जिन 5.27% से बढ़कर 7.04% हो गया. वहीं फाइनेंशियल ईयर 2023 में ये बढ़कर 8.01% हुआ और फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली छमाही के लिए कंपनी का EBITDA मार्जिन 10.11% रहा।