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MediAssist IPO: जानिए इस कंपनी के बारे में जो ला रही है अपना आईपीओ, आपका रहा है इससे नाता

कंपनी के IPO के लिए प्राइस बैंड 397-418 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यानि 418 से 80 रुपए पर ये ग्रे मार्केट में ट्रेड कर रहा है। लेकिन यहां हम एक चीज साफ कर दें कि GMP एक सिर्फ इंडिकेटर होता है, जो अनलिस्टेड मार्केट में स्टॉक प्राइस के बारे में बताता है और ये लगातार बदलता भी रहता है।

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मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज कंपनी अपना IPO लाने जा रही है
मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज कंपनी अपना IPO लाने जा रही है

आज हम एक ऐसे IPO की बात करने जा रहे हैं, जिससे आपका कभी न कभी डायरेक्ट और इनडायरेक्टर वास्ता जरूर पड़ा होगा। हम बात कर रहे हैं Medi Assist Healthcare Services की। ये कंपनी अपना IPO लाने जा रही है। आपको बताएंगे कि ग्रे मार्केट में इस कंपनी के स्टॉक को लेकर क्या चल रहा है? इसके बिजनेस मॉडल से लेकर फाइनेंशियल्स तक तमाम पहलुओं पर चर्चा करेंगे।   

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IPO से जुड़ी डिटेल

तो सबसे पहले मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज की IPO से जुड़ी डिटेल। कंपनी करीब 1,171 करोड़ का IPO लेकर आ रही है। इसके लिए प्राइस बैंड 397-418 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। ये IPO 15 जनवरी को खुलने जा रहा है यानि अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं और ये 17 जनवरी को क्लोज हो जाएगा। इस प्रोसेस के जरिए 2.8 करोड़ शेयर ऑफर किए जाएंगे। एंकर निवेशक 12 जनवरी को बोली लगा सकेंगे। अब बताते हैं कि एक लॉट का साइज कितना बढ़ा है। तो इश्यू में बोली लगाने के लिए लॉट साइज 35 शेयरों का रखा गया है और खबरों के मुताबित कंपनी की 22 जनवरी को हो सकती है।

कंपनी का बिजनेस मॉडल

अब एक बार इसके बिजनेस मॉडल को समझते हैं ताकि आपको पूरी क्लैरिटी मिल सके। ये कंपनी साल 2002 में बनाई गई थी। ये हेल्थ टेक और इंश्योरेंस टेक कंपनी है। मेडी असिस्ट इंश्योरेंस कंपनियों को थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेशन सर्विसेज मुहैया कराती है। देखिए TPA एक संगठन है, जो बीमा कंपनियों की ओर से बीमा क्लेम को प्रोसेस करते हैं। भारत में TPA की मुख्य भूमिका बीमा कंपनियों और पॉलिसीधारकों, कर्मचारियों के बीच मिडिएशन यानि मध्यस्थता करने का काम करते हैं। इसलिए ये कंपनी कैशलेस और रिइंबर्समेंट क्लेम्स के लिए एडमिनिस्ट्रेशन की सुविधा देता है।  कंपनी अपनी 3 पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां, मेडी असिस्ट TPA, मेडवांटेज TPA और रक्षा TPA के जरिए से बीमा कंपनियों के लिए थर्ड पार्टी सर्विस देती है। अब इसका नेटवर्क कितना बढ़ा है? तो सितंबर 2023 तक देश के 18000 अस्पताल और करीब 36 इंश्योरेंस कंपनियों के साथ टाईअप है।

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कंपनी की फाइनेंशियल्स

अब मेडी असिस्ट के फाइनेंशियल्स की बात करते हैं।कंपनी के एसेट्स में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मार्च 2021 में एसेट्स की वैल्यू 545 करोड़ थी जो 31 मार्च 2023 तक 705 करोड़ हो गई है। वहीं 30 सितंबर 2023 तक ये बढ़कर 802 करोड़ पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2022 और 2023 के बीच में देखें तो कंपनी का रेवेन्यू करीब 26 प्रतिशत और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 15.3 प्रतिशत बढ़ा है। रिटेल पोर्टफोलियो के जरिए कंपनी के रेवेन्यू में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिली है। साल 2021 में करीब 49 करोड़, साल 2022 में 57 करोड़ और साल 2023 में 57 करोड़ के आसपास रहा है। मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज IPO में प्रमोटर्स और निवेशकों सहित मौजूदा शेयरधारकों की ओर से ऑफर फॉर सेल रहेगा। DRHP के मुताबिक मौजूदा वक्त में प्रमोटर्स के पास मेडी असिस्ट में 77.14 प्रतिशत हिस्सेदारी है, मेडिमैटर हेल्थ 27.33 प्रतिशत के साथ दूसरी सबसे बड़ी शेयरधारक है। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि कंपनी के प्रमोटर डॉ विक्रम जीत सिंह छतवाल और बेसेमर हेल्थ कैपिटल LLC, OFS के जरिए अपनी पूरी व्यक्तिगत होल्डिंग बेचकर कंपनी से बाहर निकलेंगे। कंपनी ने IPO का 50 प्रतिशत हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व रखा है तो वहीं 35 प्रतिशत हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व है।

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ग्रे मार्केट

अब बात करते हैं ग्रे मार्केट प्राइस की तो मेडी असिस्ट हेल्थकेयर सर्विसेज का स्टॉक ग्रे मार्केट में 80 रुपए प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है। तो कंपनी के IPO के लिए प्राइस बैंड 397-418 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। यानि 418 से 80 रुपए पर ये ग्रे मार्केट में ट्रेड कर रहा है। लेकिन यहां हम एक चीज साफ कर दें कि GMP एक सिर्फ इंडिकेटर होता है, जो अनलिस्टेड मार्केट में स्टॉक प्राइस के बारे में बताता है और ये लगातार बदलता भी रहता है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।