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इस Mutual Fund स्कीम से मजदूर भी बन सकते हैं करोड़पति!

आज हम बात करेंगे एक ऐसी स्कीम के बारे में, जो न सिर्फ आपकी मेहनत की कमाई को बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि टैक्स बेनिफिट्स भी देती है। अगर आप निवेश के मामले में ज्यादा रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।

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Another survey noted that in terms of mutual funds, index funds are more widely preferred by Gen Z and Millennials.
Another survey noted that in terms of mutual funds, index funds are more widely preferred by Gen Z and Millennials.

आज हम बात करेंगे एक ऐसी स्कीम के बारे में, जो न सिर्फ आपकी मेहनत की कमाई को बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि टैक्स बेनिफिट्स भी देती है। अगर आप निवेश के मामले में ज्यादा रिस्क नहीं उठाना चाहते हैं और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। 

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सीधे स्‍टॉक में निवेश करने की तुलना में इसमें जोखिम कम होता है. इसके अलावा कंपाउंडिंग ब्‍याज का फायदा मिलता है. MF का रिटर्न भी दूसरी तमाम स्‍कीम्‍स की तुलना में बेहतर है. हालांकि मार्केट बेस्‍ड स्‍कीम होने के कारण ये फिक्‍स्‍ड नहीं है, लेकिन एक्‍सपर्ट लॉन्‍ग टर्म में इसका औसत रिटर्न 12 फीसदी मानते हैं। म्‍यूचुअल फंड्स कई तरह के होते हैं. आमतौर पर इसमें किया गया निवेश टैक्‍स के दायरे में आता है. लेकिन एक स्‍कीम ऐसी है जो आपको टैक्‍स बेनिफिट भी देती है। 

इस स्‍कीम को Equity Linked Saving Scheme यानी ELSS कहा जाता है. 
इस स्‍कीम के जरिए आप बेहतर रिटर्न का फायदा लेने के साथ इनकम टैक्‍स भी बचा सकते हैं
ELSS में निवेश करने से आप इनकम टैक्स सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट पा सकते हैं 
ये छूट आपको सिर्फ पुरानी टैक्स स्कीम में मिलती है
ELSS फंड में कुल असेट का कम से कम 80 फीसदी इक्विटी में निवेश किया जाता है
जोखिम को कम करने के लिए इस फंड का पैसा अलग-अलग सेक्टरों की कंपनियों में लगाया जाता है. 
ELSS में आपको अपने बजट और सुविधा के हिसाब से स्‍कीम चुनने का विकल्‍प मिलता है. 
आप इसमें महज 500 रुपए से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. वहीं अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है. 

ELSS का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसका लॉक-इन पीरियड सिर्फ 3 साल होता है, जबकि दूसरी टैक्स सेविंग स्कीम्स जैसे कि NSC या टैक्स सेविंग FD में 5 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। तीन साल बाद आप अपना पैसा निकाल सकते हैं या निवेश को जारी रख सकते हैं...एक्‍सपर्ट्स की मानें तो ELSS में लंबे समय का निवेश बेहतर रिटर्न दे सकता है. ऐसे में ये वेल्‍थ क्रिएशन की काबिलियत रखता है....ELSS स्‍कीम्‍स से 3 साल बाद अगर आप रकम निकासी करते हैं तो टैक्‍स बेनिफिट मिलता है...

ELSS में मिलने वाले रिटर्न पर भी कैपिटल गेन टैक्‍स लगता है. 
ELSS पर 1 लाख रुपए तक लॉन्‍ग-टर्म कैपिटल गेन्‍स टैक्‍स फ्री रहता है. 
इससे ज्‍यादा के लॉन्‍ग टर्म कैपिटल गेन्‍स पर 10 फीसदी की दर से टैक्‍स लगता है. 
इसके अलावा सेस और सरचार्ज देना होता है.

रिटर्न के मामले में  ELSS स्कीम्स इक्विटी म्यूचुअल फंड्स से कम नहीं है...बीते कुछ सालों में ELSS ने निवेशकों को दमदार रिटर्न दिया है...बीते 5 साल के रिटर्न की बात करें तो 

Motilal Oswal ELSS Tax Saver Fund ने 132 फीसदी का रिटर्न दिया है। ऐसे ही SBI Long Term Advantage Fund ने 94.09%, HSBC Tax Saver Equity Fund ने 96%, Invesco India ELSS Tax Saver Fund ने 84.41% और Edelweiss ELSS Tax saver Fund ने 82 फीसदी का रिटर्न दिया है

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कुल मिलकार देखा जाए तो किसी निवेशक ने इन स्कीम्स में SIP की होती तो 5 साल में पैसा डबल हो जाता है..बड़ा फायदा ये है कि इसमें आपको टैक्स की भी बचत होती है...तो ELSS फायदे का सौदा है...इसमें छोटी अवधि में पैसा भी बनेगा और टैक्स भी बचेगा।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।