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SEBI New Chief: सरकार करेगी जल्द नियुक्ति, नए चेयरमैन के लिए शुरू हुआ आवेदन

Madhabi Puri Buch To Exit SEBI: माधबी पुरी बुच वर्तमान में मार्केट रेगुलेटरी (SEBI) की चेयरपर्सन है। उनका कार्यकाल तीन साल का था जो अब पूरा हो गया है। अब सरकार ने नए चेयरपर्सन की नियुक्ति के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है।

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The SEBI chief said it is the responsibility of the merchant bankers to not bring pump and dump companies to the markets.
The SEBI chief said it is the responsibility of the merchant bankers to not bring pump and dump companies to the markets.

SEBI New Chief: सरकार ने शेयर बाजार के रेगुलेटर सेबी के चेयरपर्सन की नियुक्ति के लिेए आवेदन शुरू कर दिया है। जी हां, 17 फरवरी 2025 तक आवेदन किया जा सकता है। वर्तमान में सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch)  हैं। माधबी पुरी बुच का कार्यकाल 28 फरवरी 2025 को खत्म हो जाएगा। इस कारण केंद्र सरकार सेबी के नए चेयरपर्सन की नियुक्ति कर रही है।  

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कितनी होगी सैलरी (SEBI Chairperson Salary)

फाइनेंस मिनिस्ट्री में आने वाले आर्थिक मामलों के विभाग (वित्तीय बाजार प्रभाग)  Department of Economic Affairs (Financial Markets Division) ने सेबी के नए चीफ के लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस के अनुसार  भारत सरकार भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) के अध्यक्ष पद के लिए आवेदन शुरू हो गया है। नए चीफ की नियुक्ति यानी कार्यकाल पांच साल होगा।

नोटिस के मुताबिक सेबी अध्यक्ष भारत सरकार के सचिव के समान स्वीकार्य वेतन का ऑप्शन चुन सकते हैं। इसके अलावा वह मासिक 5,62,500 रुपये की कंसॉलिडेटेड सैलेरी का ऑप्शन भी सेलेक्ट कर सकते हैं। अगर वह कंसॉलिडेटेड सैलेरी का ऑप्शन चुनते हैं तो उन्हें घर और कार की सुविधा नहीं मिलेगी।

विवादों से भरा रहा माधबी पुरी बुच का कार्यकाल

वर्तमान सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच का कार्यकाल तीन साल का है। उनकी नियुक्ति 2 मार्च, 2022 में हुई थी। सेबी के चेयरपर्सन के तौर पर उनका कार्यकाल पूरा विवीदों से भरा रहा। आपको बता दें कि माधबी पुरी बुच सेबी में पांच साल  होल-टाइम मेंबर भी रह चुकी हैं।  

माधबी पुरी बुच का कार्यकाल पूरा विवादों से भरा रहा। पिछले साल उनपर अडानी ग्रुप से ऑफशोर फंड में निवेश के आरोप लगे थे। इसके अलावा उनपर टॉक्सिक वर्क कल्चर को बढ़ावा देने का भी आरोप लग चुका है। 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।