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Kaynes Technology पर BUY कॉल, टारगेट प्राइस में कटौती - चेक करें ब्रोकरेज एलारा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट

बीते तीन महीनों में शेयर करीब 41% टूट चुका है। रिपोर्ट के अनुसार, Q2FY26 नतीजों के बाद शेयर में 19% की गिरावट आई, जबकि अकाउंटिंग डिस्क्लोजर और कैश-फ्लो को लेकर चिंताओं के बाद इसमें और 22% की कमजोरी दिखी।

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ब्रोकरेज फर्म एलारा सिक्योरिटीज ने केनेस टेक्नोलॉजी इंडिया लिमिटेड (Kaynes Technology India Ltd) के शेयरों में आई हालिया तेज गिरावट को जरूरत से ज्यादा बताया है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखते हुए टारगेट प्राइस घटाकर 5,365 रुपये कर दिया है।

बीते तीन महीनों में शेयर करीब 41% टूट चुका है। रिपोर्ट के अनुसार, Q2FY26 नतीजों के बाद शेयर में 19% की गिरावट आई, जबकि अकाउंटिंग डिस्क्लोजर और कैश-फ्लो को लेकर चिंताओं के बाद इसमें और 22% की कमजोरी दिखी।

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एलारा ने कहा कि सख्त अकाउंटिंग स्टैंडर्ड और डिटेल खुलासे जरूरी हैं, लेकिन बाजार की प्रतिक्रिया इन इनकंसिस्टेंसीज के पैमाने से कहीं ज्यादा रही।

ब्रोकरेज ने साफ किया कि इन मुद्दों का कंपनी की ग्रोथ प्रोफाइल या कोर फंडामेंटल्स- खासकर रेवेन्यू और मार्जिन पर कोई ठोस असर नहीं दिखता। एलारा का अनुमान है कि FY25 से FY28 के बीच केनेस टेक्नोलॉजी का रेवेन्यू 47% और PAT 49% की CAGR से बढ़ सकता है। ब्रोकरेज ने कहा कि हालिया करेक्शन के बाद वैल्यूएशन ज्यादा आकर्षक हो गए हैं।

एलारा ने EPS अनुमान 127.70 रुपये पर बरकरार रखा है। हालांकि, वैल्यूएशन मल्टीपल को 70 गुना से घटाकर 42 गुना FY27E P/E कर दिया गया है, जो EMS सेक्टर में देखी गई मल्टीपल मॉडरेशन के अनुरूप है। इसी आधार पर टारगेट प्राइस 7,670 रुपये से घटाकर 5,365 रुपये किया गया। फिलहाल स्टॉक करीब 38 गुना FY27E EPS पर ट्रेड कर रहा है, जो इंडस्ट्री एवरेज से लगभग 10% कम है।

इसक्राएमेको के अधिग्रहण से जुड़ी गुडविल को लेकर उठ रहे सवालों पर ब्रोकरेज फर्म एलारा ने कहा है कि यह मामला Intangible Assets के अलग-अलग वैल्यूएशन नजरियों की वजह से सामने आया है। मैनेजमेंट के मुताबिक, इसक्राएमेको अधिग्रहण से 52.20 करोड़ रुपये का कैपिटल रिजर्व बना है, जबकि सेंसोनिक अधिग्रहण से जुड़ी करीब 51.10 करोड़ रुपये की गुडविल को इसमें एडजस्ट करने के बाद नेट गुडविल लगभग 1 करोड़ रुपये ही रह जाती है।

इसके अलावा, कंपनी की बैलेंस शीट में तकनीकी नॉलेज के लिए 115 करोड़ रुपये की Intangible Assets भी शामिल हैं। एलारा का कहना है कि इतनी राशि कंपनी के मार्केट वैल्यूएशन में आई तेज गिरावट को पूरी तरह जायज ठहराने के लिए सही नहीं है।

ग्रोथ आउटलुक पर एलारा ने बताया कि EMS बिजनेस पर फिलहाल कोई बड़ा निगेटिव असर नहीं पड़ा है। वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) में कंपनी की ऑर्डर बुक सालाना आधार पर 49% बढ़कर 8,100 करोड़ रुपये पहुंच गई है, जो मध्यम अवधि की ग्रोथ को सपोर्ट करती है।

हालांकि, कैश फ्लो को पॉजिटिव करना और वर्किंग कैपिटल घटाना अब भी अहम मुद्दे बने हुए हैं। एलारा को उम्मीद है कि Q4FY26 तक हालात बेहतर होंगे, लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो कंपनी के वैल्यूएशन पर और दबाव आ सकता है।

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Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।