IRB Share Price: क्या 100 रूपये के पार जाएगा ये स्टॉक?
स्टॉक ने 34 के ऊपर मल्टी ईय़र ब्रेकआउट दिया है। 65 के लेवल को ये स्टॉक टच कर सकता है। स्ट्रॉन्ग ऑर्डर बुक के चलते स्टॉक जल्द ही तीन डिजिट में दिख सकता है। पिछले 2-3 क्वार्टर से FIIS लगातार अफनी होल्डिंग को बढ़ा रहे हैं।

Irb Infrastructure Developers में इस स्टॉक में शानदार तेजी देखने को मिल रही है। अगर इसके रिटर्न को देखें तो पिछले 5 दिनों में ये स्टॉक 12% तक का रिटर्न दे चुका है। पिछले 6 महीने में 75% तक रिटर्न और एक साल में 52% तक स्टॉक ऊपर चढ़ चुका है। वहीं पिछले 3 सालों में ये 305% का दमदार रिटर्न Irb Infrastructure Developers की ओर से मिला है। सबसे पहले समझते हैं कि इस स्टॉक में मौजूदा तेजी क्यों है? फिर फंडामेंटली और टेक्निकली पैरामीटर के हिसाब से आगे की स्थिति जानेंगे। तो स्टॉक में तेजी की वजह है दिसंबर 2023 के आए आंकड़ें। कंपनी के टोल कलेक्शन में रिकॉर्ड 26% का उछाल देखने को मिला है। वित्त वर्ष 2022 के दिसंबर महीने में कंपनी का टोल कलेक्शन 388 करोड़ था, जो इस साल दिसंबर महीने में बढ़कर 488 करोड़ रुपए हो गया है। यहां बड़ी बात ये है दिसंबर में ज्यादातर फेस्टिवल हॉलिडेज होती है और ऐसे में इकोनॉमिक एक्टिविटी धीमी रहती है, इसके बावजूद टोल क्लेकशन में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिल रहे हैं। दमदार टोल कलेक्शन के बाद कंपनी डिप्टी CEO अमिताभ मुरारका का बयान भी आया है। आने वाले दिनों में भी हमारे हाइवे एसेट्स में ये ग्रोथ मोमेंटम जारी रहेगा। वित्त वर्ष के सेकेंड हाफ में टोल कलेक्शन बेहतर रहने की उम्मीद है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस साल के बचे बाकी क्वार्टर्स में भी ये ग्रोथ जारी रहेगी, क्योंकि गुजरात राज्य में समाखियाली संतलपुर BOT प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 28 दिसंबर 2023 से टोल कलेक्शन शुरू कर दिया है।
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कंपनी के बिजनेस मॉडल को देखें तो Irb Infra हाईवेज इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेप करती है। Build, Operate और Transfer के साथ Toll, Operate और Transfer जैसे हाईवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट का ये कंपनी काम करती है। कंपनी का 12 राज्यों में 75000 करोड़ का एसेट बेस है। कंपनी का भारत के prestigious Golden Quadrilateral project में 20% हिस्सा है। जो भारत में किसी भी प्राइवेट इंफ्रा डेवलेपर के जरिए बनाए जाने वाला सबसे बड़ा प्रोजेक्ट है। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर क्षेत्र में, कंपनी की हिस्सेदारी लगभग 42 प्रतिशत है।कंपनी का मार्केट कैप 28,000 करोड़ का है। अब जानते हैं कि स्टॉक की चाल कैसी रह सकती है? तो यहां हमने बात की मार्केट एक्सपर्ट राघवेंद्र सिंह से। उनका कहना है कि टेक्निकल पैरामीटर के हिसाब से देखें तो RSI यानि रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 59 के लेवल पर है। जो ये सिंगनल देता है कि स्टॉक की ट्रेडिंग न तो ओवरबोट जोन में है और न ही ओवर सोल्ड में। जबकि ओवरबोट जोन 80 के ऊपर माना जाता है। ओवरबोट जोन का मतलब होता है एक स्टॉक जब ऊपरी स्तरों के लेवल पर ट्रेड कर रहा हो। शेयर का अगर बिटा देखें यानि measure of the volatility या systematic risk देखें तो ये 0.4 है। ऐसे स्टॉक, जिनका बीटा 1.0 से ज्यादा होता है तो उसमें वॉलिटेलिटी दिखाई देती है। स्टॉक ने 34 के ऊपर मल्टी ईय़र ब्रेकआउट दिया है। 65 के लेवल को ये स्टॉक टच कर सकता है। स्ट्रॉन्ग ऑर्डर बुक के चलते स्टॉक जल्द ही तीन डिजिट में दिख सकता है। पिछले 2-3 क्वार्टर से FIIS लगातार अफनी होल्डिंग को बढ़ा रहे हैं। वहीं सितंबर क्वार्टर में भी प्रमोटर्स ने हिस्सेदारी बढ़ाई थी।