IndusInd Bank shares ने निवेशकों को रुलाया! ब्रोकरेज ने भी घटाए टारगेट
IndusInd Bank Ltd के शेयरों में 19 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी जा रही है। एक दिन में स्टॉक का भाव 242 प्रति शेयर टूट गया है। इसका कारण है Q2 में आए तमाम बैंकों के नतीजों में IndusInd Bank के सबसे कमजोर सितंबर तिमाही रिजल्ट्स रहे हैं।

IndusInd Bank Ltd के शेयरों में 19 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी जा रही है। एक दिन में स्टॉक का भाव 242 प्रति शेयर टूट गया है। इसका कारण है Q2 में आए तमाम बैंकों के नतीजों में IndusInd Bank के सबसे कमजोर सितंबर तिमाही रिजल्ट्स रहे हैं।
IndusInd Bank के कमजोर नतीजों के बाद ब्रोकरेज ने भी अपने टारगेट्स को घटा दिया है। इंडसइंड बैंक के Q2FY25 की कमाई ने कमजोर मार्जिन, कमजोर ऑपरेटिंग प्रदर्शन और अतिरिक्त प्रोविजनिंग के अनुमान खराब रहे हैं। रिजल्ट्स के बाद इंडसइंड बैंक के शेयर 19 प्रतिशत गिरकर BSE पर ₹1,037 के निम्न स्तर पर पहुंच गए। इस तरह स्टॉक साल-दर-साल 31 प्रतिशत गिर चुका है।
Phillip Capital
फिलिप कैपिटल ने कहा कि अन सिक्योर्ड सेगमेंट में ग्रोथ में धीमापन कर दिया है, जिससे FY25 में मार्जिन पर असर पड़ा है और क्रेडिट लागत बढ़ी है। MFI पोर्टफोलियो में तनाव की उम्मीद थी, इस सेक्टर में दबाव देखने को मिल रहा है। हमने FY25/26 के लिए अपनी कमाई को 17.7 प्रतिशत/6.4 प्रतिशत घटाया है। हम FY25 में 7 प्रतिशत की कमी और FY26 में 27 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाते हैं। हालांकि ब्रोकरेज ने इंडसइंड बैंक पर 'खरीदें' की रेटिंग बनाए रखी, लेकिन अपने टारगेट को ₹1,830 से घटाकर ₹1,560 कर दिया।
Nirmal Bang
निर्मल बांग ने स्टॉक को खरीदें के बजाय 'होल्ड' में डाउनग्रेड किया और टारगेट प्राइस ₹1,443 कर दिया है, जो पहले ₹1,653 था। ब्रोकरेज का कहना है कि हमारे विचार में स्टॉक शॉर्ट टर्म (1) कर्ज बढ़ोतरी में सुस्ती (2) कुछ सुरक्षित और असुरक्षित लोन सेगमेंट में तनाव और (3) सुमंथ कथपालिया की कार्यकाल को बढ़ाने को लेकर लंबित RBI की मंजूरी के कारण दबाव में रहेगा।
MOFSL
ब्रोकरेज का कना है कि इंडसइंड बैंक के Q2 परिणामों में हाई प्रोविजनिंग, अन्य आय में कमी और लोन ग्रोथ में धीमी वृद्धि बड़ी चुनौतियां हैं। डिपॉजिट ग्रोथ स्वस्थ थी, लेकिन उच्च लागत और एसेट क्वालिटी में धीमी वृद्धि के कारण NIM तेज गिरावट आई। ब्रोकरेज ने ₹1,500 के लक्ष्य के साथ 'खरीदें' की रेटिंग का सुझाव दिया।
कैसे रहे नतीजे?
सालाना आधार पर नेट प्रॉफिट 39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1325 करोड़ रुपए रहा। जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में मुनाफा 2181.5 करोड़ रुपये पर था। इसका मतलब भारी गिरावट मुनाफे में देखने को मिली है। नेट इंटरेस्ट इनकम 5.3% की मजबूती के साथ 5347 करोड़ रुपए रही। बैंक के मुनाफे पर प्रोविजनिंग बढ़ने का असर दिखा है। प्रोविजन 1820 करोड़ रुपये पर पहुंच गए हैं जो कि पिछले क्वार्टर में 1050 करोड़ रुपये पर रहा है जबकि एक साल समान तिमाही में 974 करोड़ रुपये के स्तर पर थे। डिपॉजिट्स 15 प्रतिशत के ग्रोथ के साथ 4.12 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। वहीं ग्रॉस NPA पहली तिमाही के मुकाबले 2.02 प्रतिशत से बढ़कर 2.11 प्रतिशत पर पहुंच गए हैं। ग्रॉस एनपीए तिमाही दर तिमाही के आधार पर 7127 करोड़ रुपये से बढ़कर 7638 करोड़ रुपये पर आ गया है। वहीं नेट NPA इस दौरान 0.6 प्रतिशत से बढ़कर 0.64 प्रतिशत पर पहुंच गए हैं। नेट NPA 2096 करोड़ रुपये से बढ़कर 2282 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।