
Tesla का नाम जुड़ने से कैसे फुर्रर हो गया स्टॉक
एक ऐसा चवन्नी का स्टॉक जिसकी तूफानी तेजी पर खुद मार्केट दिग्गज विजय केडिया को आकर बोलना पड़ा। इतना ही नहीं इसमें एक के बाद एक अपर सर्किट देखने को मिला। हम बात कर रहे हैं उर्जा ग्लोबल लिमिटेड की, जिसके शेयरों में आज भी 20% का अपर सर्किट लगा। पिछले 5 सालों में ये स्टॉक 227.32% रिटर्न दे चुका है। वहीं ईयर टू डेट की बात करें तो 25% भाग चुका है स्टॉक। बीते 6 महीने में करीब 16% तक स्टॉक चढ़ चुका है।

एक ऐसा चवन्नी का स्टॉक जिसकी तूफानी तेजी पर खुद मार्केट दिग्गज Vijay Kedia को आकर बोलना पड़ा। इतना ही नहीं इसमें एक के बाद एक अपर सर्किट देखने को मिला। हम बात कर रहे हैं Urja Global Limited की, जिसके शेयरों में आज भी 20% का अपर सर्किट लगा। सबसे पहले इस स्टॉक के रिटर्न को देखते हैं,फिर आपको बताएंगे कि आखिर इस स्टॉक में तेजी क्यों आई?
पिछले 5 सालों में ये स्टॉक 227.32% रिटर्न दे चुका है। वहीं ईयर टू डेट की बात करें तो 25% भाग चुका है स्टॉक। बीते 6 महीने में करीब 16% तक स्टॉक चढ़ चुका है। पिछले एक महीने की बात करें तो ये स्टॉक 65% दौड़ चुका है। वहीं 5 दिनों में तो ये स्टॉक कमाल चढ़ा है। 55% तक इस स्टॉक में तेजी दर्ज की गई है। इसका 52 वीक हाई 14.85 है। वहीं इसका मार्केट कैप 669 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है।
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यानि की हर लिहाज से इस स्टॉक ने निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हुआ है। अब जानते हैं कि क्यों इस स्टॉक में पंख लगे?
इस स्टॉक में तेजी की वजह है कि टेस्ला पावर USA की सब्सिडियरी टेस्ला पावर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ हुई डील। जिसके तहत उर्जा ग्लोबल लिमिटेड को बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। टेस्ला का नाम सुनकर आप भी चक्कर खा गए ना? जी हां कैच यहीं है। दरअसल इस डील को लेकर निवेशकों के बीच में गलतफहमी हो गई है। जिस पर खुद मार्केट दिग्गज विजय केडिया को आना पड़ा। टेस्ला पावर USA को लेकर निवेशकों को लगा कि ये कंपनी एलोन मस्क की टेस्ला है, जबकि इस कंपनी का टेस्ला से कोई लेना-देना नहीं है।

अब सुनिए ऊर्जा ग्लोबल शेयर की खबर पर मार्केट एक्सपर्ट विजय केडिया को निवेशकों को क्या समझाना पड़ा? "मैं टेस्ला USA के साथ एक लिस्टेड भारतीय कंपनी के टाई अप की खबर पढ़कर रोमांचित हूं। मैंने कुछ होमवर्क किया और पाया कि ये एलोन मस्क की टेस्ला नहीं है, ये हकीकत में टेस्ला के नाम से दिल्ली स्थित प्रमोटर की USA सब्सिडयरी कंपनी से संबंधित है। ऊर्जा ग्लोबल का स्टॉक ऊपरी सर्किट में है। लॉन्ग लाइव बुल मार्केट। अब इन दोनों कंपनियों के बारे में भी जान लीजिए। तो टेस्ला पावर इंडिया की बात करें तो ये कंपनी गुरुग्राम बेस्ड है और इसका मुख्यालय अमेरिका के डेलावेयर में है। ये कंपनी टू-व्हीलर, फॉर-व्हीलर और इन्वर्टर की बैटरी बनाती है। रिटेल और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल के जरिए इसकी भारत में मौजूदगी है। वहीं उर्जा ग्लोबल की बात करें तो ये ऑफ-ग्रिड और ग्रिड से जुड़े सोलर पावर प्लांट्स के डिजाइन, कंसलटेंसी, इंटिग्रेशन, सप्लाई. इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग और रखरखाव के बिजनेस में लगी है। इसके साथ ही ये कंपनी सोलर प्रोडक्ट्स और एसिड बैटरीज का ट्रेडिंग करती है।टेस्ला पावर USA ब्रांड के सब्सिडयरी टेस्ला पावर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौते का मकसद बैटरियों का निर्माण और सप्लाई करना है। आपको बता दें कि ऊर्जा ग्लोबल लिमिटेड के शेयरों का भाव साल 2018 में महज 2 रुपये था। ऐसे में निवेशकों की नजर इस स्टॉक पर बनी हुई है।
