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देश के टॉप 8 शहरों में घरों की कीमतें उड़ा देंगी होश!

कोरोना के बाद से देश के रियल एस्टेट सेक्टर की तेज रफ्तार लगातार जारी है। CREDAI, Colliers और Liases Foras की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के टॉप आठ शहरों में घरों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।

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For many buyers, particularly in regions with strong cultural and religious traditions, the festive season is considered an auspicious time to make major life decisions, including buying a home.
For many buyers, particularly in regions with strong cultural and religious traditions, the festive season is considered an auspicious time to make major life decisions, including buying a home.

कोरोना के बाद से देश के रियल एस्टेट सेक्टर की तेज रफ्तार लगातार जारी है। CREDAI, Colliers और Liases Foras की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत के टॉप आठ शहरों में घरों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।  

इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2024 की तीसरी तिमाही में औसत हाउसिंग प्राइस 11 फीसदी बढ़कर 11 हजार रुपये प्रति वर्गफीट हो गया है। 2021 से अबतक ये लगातार 15वीं तिमाही है जब कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अगर अलग रियल एस्टेट मार्केट्स की बात करें तो इस दौरान घरों के दाम में सबसे ज्यादा दिल्ली-एनसीआर में घरों के औसत दाम 11 हजार 438 रुपये प्रति वर्गफीट हैं जो सालाना आधार पर 32 परसेंट की बढ़ोतरी है। वहीं बेंगलुरु में कीमतें 11 हजार 743 रुपये प्रति वर्गफीट हैं जो 24 परसेंट का इजाफा है। पुणे में दाम 9 हजार 890 रुपये प्रति वर्गफीट बढ़े हैं जो 10 फीसदी की बढ़ोतरी है।

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दाम बढ़ने के बावजूद भी घरों की बिक्री में कोई कमी नहीं आई है जिससे अनसोल्ड इन्वेंट्री में तिमाही आधार पर गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि बीते दो साल की रिकॉर्ड बिक्री के बाद अब टॉप शहरों में मांग स्थिर हो रही है। इसके बावजूद 2024 के आखिर तक मजबूत रेजिडेंशियल एक्टिविटी बने रहने की उम्मीद है। इसके बाद अगर अगले साल RBI की तरफ से रेपो रेट कट किया गया तो ये तेजी आगे भी जारी रहने का भरोसा है। रिपोर्ट के मुताबिक, अनसोल्ड इन्वेंट्री लगातार तीसरी तिमाही में घटी है। 

हालांकि  8 प्रमुख शहरों में 10 लाख से ज्यादा अनसोल्ड यूनिट्स अब भी मौजूद हैं। जिसमें मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन यानी MMR का 40 फीसदी हिस्सा है। वहीं पुणे में अनसोल्ड इन्वेंट्री में सालाना आधार पर 13 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि चेन्नई और कोलकाता में 7 से 9 परसेंट की कमी देखी गई है। दिल्ली-एनसीआर में लक्ज़री और अल्ट्रा-लक्ज़री प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग से कीमतों में तेज़ी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक द्वारका एक्सप्रेसवे और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन, सोहना रोड जैसे इलाकों में दाम 50 फीसदी तक बढ़े हैं। दिल्ली-एनसीआर में 2020 के मुकाबले कीमतों में 75 परसेंट का उछाल आ गया है । बेंगलुरु और दिल्ली-एनसीआर में 3 और 4 बीएचके फ्लैट्स के दाम 26 फीसदी तक बढ़े हैं।

फ्लेक्सिबल पेमेंट प्लान्स और मुफ्त ऑफर्स से बिक्री को बढ़ावा मिल रहा है। लक्ज़री और अल्ट्रा-लक्ज़री सेगमेंट में मांग बढ़ने से भी औसत कीमतों में तेजी देखी जा रही है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।