2.88 करोड़ रुपये की फटाफट फंडिंग! कंपनी का बड़ा कॉरपोरेट एक्शन - स्टॉक ₹50 से कम
ये शेयर 1,28,000 वॉरंट्स के कन्वर्जन के बाद जारी हुए हैं। पहले ये वॉरंट्स 300 रुपये प्रति वॉरंट की कीमत पर जारी किए गए थे, लेकिन कंपनी के शेयरों का स्प्लिट होने (10 रुपये वाले 1 शेयर को 1 रुपये वाले 10 शेयर में बदला गया) के बाद संख्या और प्राइस एडजस्ट किए गए।

कंस्ट्रक्शन सेक्टर की कंपनी, हजूर मल्टी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड (Hazoor Multi Projects Ltd) ने अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बड़े कॉरपोरेट एक्शन की जानकारी दी है। कंपनी ने बताया कि उसकी आज हुई फंड-रेजिंग कमेटी की बैठक में 12,80,000 इक्विटी शेयरों के अलॉटमेंट को मंजूरी दी गई। ये शेयर 1 रुपये फेस वैल्यू और 30 रुपये इश्यू प्राइस (जिसमें 29 रुपये प्रीमियम शामिल है) पर जारी किए गए हैं।
ये शेयर 1,28,000 वॉरंट्स के कन्वर्जन के बाद जारी हुए हैं। पहले ये वॉरंट्स 300 रुपये प्रति वॉरंट की कीमत पर जारी किए गए थे, लेकिन कंपनी के शेयरों का स्प्लिट होने (10 रुपये वाले 1 शेयर को 1 रुपये वाले 10 शेयर में बदला गया) के बाद संख्या और प्राइस एडजस्ट किए गए।
किसे कितने शेयर मिले?
Seabird Leasing and Finvest Pvt Ltd को 9,50,000 शेयर, Sarita Agarwal को 1,00,000 शेयर और Nirmal Gupta को 2,30,000 शेयर मिले हैं।
ये सभी निवेशक नॉन-प्रमोटर/पब्लिक कैटेगरी से हैं। कंपनी को इन निवेशकों से कुल 2.88 करोड़ रुपये (प्रति वॉरंट 225 रुपये, जो इश्यू प्राइस का 75% है) मिले हैं।
कंपनी की शेयर कैपिटल में बदलाव
फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि आज किए गए इस कन्वर्जन और अलॉटमेंट के बाद कंपनी की इश्यूड और पेड-अप कैपिटल बढ़कर ₹23,69,39,910 हो गई है, जो कुल 23,69,39,910 इक्विटी शेयर के बराबर है।
अभी कितने वॉरंट्स बाकी हैं?
कंपनी के पास अभी 76,01,850 वॉरंट्स बाकी हैं, जिन्हें वॉरंट होल्डर्स अगले 18 महीनों में कन्वर्ट करा सकते हैं। कन्वर्जन के लिए उन्हें प्रति वॉरंट 225 रुपये (इश्यू प्राइस का 75%) चुकाने होंगे।
Hazoor Multi Projects Share Price
कंपनी का शेयर दोपहर 2:52 बजे तक बीएसई पर 1.56% या 0.58 रुपये चढ़कर 37.86 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
Hazoor Multi Projects Q2 FY26 Results
कंपनी ने अपने फाइलिंग में बताया कि सितंबर तिमाही में कंपनी की बिक्री 33.30% गिरकर ₹102.11 करोड़ रह गई, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह ₹153.08 करोड़ थी। कंपनी ने बताया कि उसे इस बार ₹9.93 करोड़ का नेट लॉस हुआ है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने ₹11.02 करोड़ का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था।
Q2 में कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन (OPM) 11.86% से गिरकर -3.86% पर आ गया। PBDT ₹16.37 करोड़ के मुनाफे से घटकर ₹9.65 करोड़ के घाटे में बदला, जबकि PBT भी ₹14.77 करोड़ के प्रॉफिट से ₹11.05 करोड़ के नुकसान में चला गया।

