इजरायल और ईरान के मिसाइलों से भारतीय शेयर बाजार को नहीं लगता डर? जानिए क्या है निवेश की रणनीति
इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय शेयर बाजार का यह तेज उठा पटक काफी कुछ कह रहा है जिसे एक्सपर्ट ने डिकोड किया है।

Indian Stock Market: इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय शेयर मजबूती के साथ टिका है। हालांकि बुधवार को बाजार खुलते ही 200 अंक टूटा जरूर था लेकिन बाद में अच्छी रिकवरी भी हुई। हालांकि दोपहर के ट्रेड में एक बार फिर से बाजार लाल निशान पर पहुंचा है लेकिन ओवर ऑल बाजार अच्छा कारोबार कर रहा है।
खबर लिखे जानें तक दोपहर 12:05 बजे तक सेंसेक्स 0.25% या 204 अंक टूटकर 81,379.30 अंक पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई 0.21% या 51.40 अंक गिरकर 24,802 अंक पर कारोबार कर रहा था।
इस वक्त तक निफ्टी ऑटो, प्राइवेट बैंक और निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स हरे निशान पर ट्रेड कर रहा था। इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय शेयर बाजार का यह तेज उठा पटक काफी कुछ कह रहा है जिसे एक्सपर्ट ने डिकोड किया है।
इजरायल और ईरान के मिसाइल से बाजार को नहीं लगता डर?
मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक तेल और भू-राजनीतिक जोखिम अब भी मौजूद हैं, लेकिन निफ्टी की मजबूती यह दर्शाती है कि बाजार इस युद्ध को एक अस्थायी घटना मान रहा है और निवेशक भारत की लंबी अवधि की आर्थिक कहानी पर फोकस कर रहे हैं।
हाल की सैन्य घटनाओं से कच्चे तेल और सोने की कीमतें बढ़ी हैं। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें भारत के लिए मुद्रास्फीति और मुद्रा कमजोर करने वाली हो सकती हैं, जिससे आर्थिक वृद्धि पर असर पड़ेगा।
मोतिलाल ओसवाल के मुताबिक अगर ईरान ने जवाबी कार्रवाई की, तो कच्चे तेल की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं, जिससे ग्लोबल आपूर्ति पर असर पड़ सकता है।
निवेशकों को क्या होनी चाहिए रणनीति?
मार्केट एक्सपर्ट के मुताबिक अगर तनाव और बढ़ा, तो बाजार में गिरावट संभव है, लेकिन इसे खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए। एक्सपर्ट के अनुसार मजबूत घरेलू कारकों के चलते निवेशकों को भू-राजनीतिक गिरावट को निवेश का अवसर मानना चाहिए।