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Gold Silver Rate: अगले साल चांदी देगी सोने से ज्यादा रिटर्न?

ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (MOFSL) ने धनतेरस से पहले गोल्ड और सिल्वर पर एक रिपोर्ट जारी की है। इसमें गोल्ड और सिल्वर दोनों का आउटलुक पॉजिटिव बताया गया है।

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The price of these precious metals has skyrocketed to unprecedented levels, with gold reaching around Rs 80,000 per 10 grams and silver surpassing Rs 1,00,000 per kg.
The price of these precious metals has skyrocketed to unprecedented levels, with gold reaching around Rs 80,000 per 10 grams and silver surpassing Rs 1,00,000 per kg.

पिछले कुछ हफ्तों में सोने-चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। त्योहारों और शादियों के लिए ज्वैलरी खरीदने वाले इन कीमतों के चलते अपने बजट को बढ़ाने के लिए मजबूर हैं तो निवेशक इस मौके की मापतोल करके समझना चाह रहे हैं कि आखिर आगे क्या रणनीति बनाई जाए। इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दावा किया गया है कि आने वाले महीनों में चांदी या तो सोने के बराबर या उससे बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। 

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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड यानी MOFSL की रिपोर्ट का दावा है कि अगले 12 से 15 महीनों में MCX पर चांदी का भाव सवा लाख रुपये प्रति किलोग्राम और कॉमेक्स पर 40 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना है। MOFSLकी रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल ही में चांदी ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है जिसमें सालाना आधार पर चांदी ने 40 परसेंट से ज्यादा रिटर्न दिया है। घरेलू स्तर पर चांदी 1 लाख रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई है। इसकी डिमांड बढ़ने की वजह सुरक्षित निवेश और मजबूत इंडस्ट्रियल डिमांड है। 

MOFSL ने चांदी के साथ ही गोल्ड के लिए भी मीडियम और लॉन्ग टर्म अनुमान लगाए हैं जिसके मुताबिक मध्यम अवधि में सोना 81 हजार रुपये और लंबी अवधि में 86 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर जा सकता है। वहीं मध्यम अवधि में कॉमेक्स पर सोना 2830 डॉलर और लंबी अवधि में 3,000 डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। 

MOFSL के मुताबिक बाजार की अनिश्चितताओं, ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों, बढ़ती डिमांड और रुपये में गिरावट से 2024 में सोने-चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। इनकी आगे की चाल काफी हद तक अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर तय करेगी। हालांकि अगर बीते 5 साल की बात करें तो दिवाली 2019 से लेकर इस साल की दिवाली तक गोल्ड ने निवेशकों को 103 परसेंट रिटर्न दिया है। 2011 से अब तक केवल दो बार यानी 2015 और 2016 में ऐसे मौके आए हैं जब दिवाली से पहले के 30 दिनों में सोने से नेगेटिव रिटर्न मिला है। 2022 को छोड़कर, दिवाली से पहले के प्रॉफिट लगातार दिवाली के बाद के प्रॉफिट से आगे निकल गए हैं। 
 

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।