Gold Price Today: भारत में सोना अब यूएई, कतर, ओमान और सिंगापुर से सस्ता: क्या है कारण?
भारत में सोने की कीमतों में हालिया गिरावट ने इसे संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कतर, ओमान और सिंगापुर जैसे सोना खरीदने के प्रमुख केंद्रों से सस्ता बना दिया है।

भारत में सोने की कीमतों में हालिया गिरावट ने इसे संयुक्त अरब अमीरात (UAE), कतर, ओमान और सिंगापुर जैसे सोना खरीदने के प्रमुख केंद्रों से सस्ता बना दिया है।
भारत में सोने की कीमतें
16 नवंबर तक:-
24 कैरेट सोना: ₹75,650 प्रति 10 ग्राम (110 रुपये की गिरावट)
22 कैरेट सोना: ₹69,350 प्रति 10 ग्राम
18 कैरेट सोना: ₹56,740 प्रति 10 ग्राम
इसके विपरीत, ओमान और कतर में 24 कैरेट सोने की कीमत क्रमशः ₹75,763 और ₹76,293 प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो वहां बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों और मांग में उछाल को दर्शाता है।
गिरावट का कारण
वैश्विक घटनाओं का प्रभाव:-
मध्य पूर्व में इजरायल-गाजा संघर्ष जैसे भू-राजनीतिक तनावों ने सुरक्षित-संपत्ति के रूप में सोने की मांग बढ़ा दी है। इससे क्षेत्रीय बाजारों में कीमतें बढ़ी हैं, जबकि भारत में यह गिरावट जारी है।
अंतरराष्ट्रीय कीमतों का दबाव:-
वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट आई है। अमेरिका में हाजिर कीमतें 4.5% घटकर $2,563.25 प्रति ट्रॉय औंस पर आ गई हैं। यह तीन वर्षों में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का रुख:-
मेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती ने फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में कटौती के प्रति सतर्क रुख अपनाने पर मजबूर किया है। उच्च ट्रेजरी यील्ड और मजबूत डॉलर ने सोने पर दबाव बढ़ा दिया है।
भारतीय बाजार की मजबूती:-
भारत में सोने की खुदरा मांग बढ़ी है। इस सप्ताह भौतिक सोने पर प्रीमियम $16 प्रति औंस तक पहुंच गया, जबकि पिछले सप्ताह यह सिर्फ $3 था।
क्या आगे हो सकता है?
वैश्विक बाजारों में अक्टूबर में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद सोने की कीमतें अब तक 7% गिर चुकी हैं। हालांकि, भू-राजनीतिक तनाव और केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी से कीमतों में स्थिरता की संभावना बनी हुई है।
भारतीय बाजार पर असर
भारत में सोने की कीमतें सितंबर के बाद पहली बार ₹75,000 के स्तर से नीचे आ गई हैं।
निवेशकों और व्यापारियों का ध्यान अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दिसंबर बैठक पर है, जिससे सोने की कीमतों की दिशा पर और स्पष्टता मिलने की उम्मीद है।
भारत में सोना वर्तमान में अन्य देशों की तुलना में सस्ता है, लेकिन यह अंतर वैश्विक और स्थानीय कारकों से प्रभावित है। निवेशकों को बाजार पर नज़र बनाए रखनी चाहिए, खासकर भू-राजनीतिक घटनाओं और फेड की नीतियों पर।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।