Federal Reserve 18 सितंबर को लेगा बड़ा फैसला, भारतीय बाजारों पर क्या होगा असर?
करीब 4 साल बाद वो घड़ी आने जा रही है जिसका पूरी दुनिया इंतजार कर रही है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व 18 सितंबर को ब्याज दरों में कटौती करने जा रहा है। अब यहां दो बड़े सवाल हैं, पहला - फेड के रेट कट से भारतीय शेयर बाजारों पर क्या असर होगा और दूसरा - ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट या फिर 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती होगी?

करीब 4 साल बाद वो घड़ी आने जा रही है जिसका पूरी दुनिया इंतजार कर रही है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व 18 सितंबर को ब्याज दरों में कटौती करने जा रहा है। अब यहां दो बड़े सवाल हैं, पहला - फेड के रेट कट से भारतीय शेयर बाजारों पर क्या असर होगा और दूसरा - ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट या फिर 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती होगी?
फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने घटती महंगाई के चलते ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए
पिछले हफ्तों में फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने घटती महंगाई के चलते ब्याज दरों में कटौती के संकेत दिए थे। साथ ही लेबर मार्केट में भी स्थिति बेहतर होती हुई दिख रही है। आपको बता दें कि कोरोना के दौरान अमेरिकी फेड ब्याज दरों को जीरो तक ले आया था। अमेरिका में इंटरेस्ट रेट में कमी के अनुमान का असर स्टॉक मार्केट और बॉन्ड मार्केट पर दिखा है। S&P 500 इस महीने करीब 1.5 प्रतिशत चढ़ा है। अमेरिका में 2 साल के सरकारी बॉन्ड (ट्रेजरी नोट) की यील्ड में बड़ी गिरावट आई है
Anand Rathi Shares and Stock Brokers के चीफ इकोनॉमिक्स और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सुजान हाजरा
Anand Rathi Shares and Stock Brokers के चीफ इकोनॉमिक्स और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सुजान हाजरा का कहना है कि आने वाली पॉलिसी में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती हो सकती है। ये सिग्नल देगा कि महंगाई कंट्रोल से ज्यादा अर्थव्यवस्था ग्रोथ पर फोकस रहेगा। वहीं बाजार भागीदारों का मानना है कि 50-bps की दर कटौती से शेयर बाजार में एक शॉर्ट टर्म तेजी देखने को मिल सकती है, लेकिन ये आर्थिक वृद्धि के प्रति बढ़ती चिंता और मंदी के डर को भी उजागर करेगी। एक आक्रामक दर कटौती का मतलब हो सकता है कि अमेरिका का केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति की चिंताओं के मुकाबले तुरंत आर्थिक ग्रोथ को प्राथमिकता दे सकता है।
Mehta equities के डायरेक्टर शरद चंद्र शुक्ला का कहना है कि अमेरिकी महंगाई उचित स्तरों पर आ गई है। मार्केट 50 बेसिस प्वाइंट कट की उम्मीद कर रही है।
Master Capital Services की डायरेक्टर पल्का अरोड़ा चोपड़ा
Master Capital Services की डायरेक्टर पल्का अरोड़ा चोपड़ा का कहना है कि रेट कट शेयर बाजार के लिए पॉजिटिव होता है। दुनिया की तमाम मार्केट्स पर रेट कट के एलान का थोड़ा असर दिखता है। भारत पर भी हल्का-फुल्का असर दिख सकता है। हालांकि, दलाल स्ट्रीट के एक्सपर्ट का मानना है कि दरों में कटौती का बाजार पर बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है क्योंकि ये पहले से ही प्राइस इन हो चुके हैं। हालांकि 50 बेसिस प्वाइंट्स की दर कटौती कुछ अर्थव्यवस्थाओं को चिंतित कर सकती है, इसलिए कुछ सतर्कता बरतने की जरूरत है।