BSE New Order: 9 अक्टूबर से BSE पर लगेगा स्टॉप लॉस विद मार्केट कंडीशन - क्या हो सकता है इसका असर?
अगर आप एक BSE व्यापारी हैं या BSE में वित्तीय सौदों में शामिल हैं, तो 9 अक्टूबर से ध्यान से नए बदलावों का पालन करें और अपने वित्तीय निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतें।

बैंक निफ्टी और सेंसेक्स जैसे आधारित बाजारों में हो रहे सौदों में नए बदलाव को लेकर सर्कुलर जारी किया है! जी हां, आपने सही सुना। 9 अक्टूबर 2023 से, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने अपने इक्विटी कैश और डेरिवेटिव सेगमेंट, करेंसी डेरिवेटिव, और कमोडिटी डेरिवेटिव में स्टॉप लॉस ऑर्डर्स को बंद करने का ऐलान किया है। इसका मतलब क्या है? चिंता न करें, हम आपको यहां समझाएंगे। जैसा कि BSE ने स्पष्ट किया है, यह निर्णय उन ऑर्डर्स को बंद करने का है जो गलती से जारी किए गए थे और मार्केट कंडीशन पर रोक लगाने के लिए एक विशेष विधि का उपयोग करते हैं, जिसे SLBM यानि "स्टॉप लॉस विड मार्केट कंडीशन" कहा जाता है।
इसका मतलब क्या है? आपके पास किसी स्टॉक को खरीदने या बेचने के लिए जब एक ऑर्डर होता है, तो आप एक "स्टॉप लॉस" ऑर्डर जारी कर सकते हैं। इसका मतलब होता है कि जब वह स्टॉक या सुरक्षा एक निश्चित मूल्य पर पहुंचती है, तो वह ऑर्डर स्वयं आपके लिए खरीदी या बेची जाती है। लेकिन इसमें एक मुद्दा है - एक ऑर्डर को पूरा करने के लिए बाजार में कई खरीददारों और बेचनेवालों की बिडों की आवश्यकता होती है। अगर किसी खरीददार ने बहुत ऊंचा मूल्य बिड दिया है तो यह आपके ऑर्डर को भी पूरा करने के लिए स्वीकार किया जा सकता है।
इस निर्णय का सबसे बड़ा प्रभाव वहीं होगा जहां स्टॉक की लिक्विडिटी कम होती है, और लोग बहुत ऊंचे मूल्यों पर सौदे कर रहे हैं। इस निर्णय से, बाजार में हो रहे सौदे कम कीमत पर होंगे, जिससे लोगों को अधिक सावधानी और जागरूकता की आवश्यकता होगी।
इसलिए, अगर आप एक BSE व्यापारी हैं या BSE में वित्तीय सौदों में शामिल हैं, तो 9 अक्टूबर से ध्यान से नए बदलावों का पालन करें और अपने वित्तीय निवेश को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतें।