हर शेयर पर 2000 रुपए से ऊपर की कमाई! निवेशकों की होगी मौज
शेयर बाजार में वापस तेजी देखी जा रही है। इस तेजी से IT शेयर्स भी अछूते नहीं है। ट्रंप की वापस के बाद से एक्सपर्ट्स इस सेक्टर पर आउटलुक पॉजिटिव बने हुए हैं। ऐसे में निवेशक जरूर जानना चाहते हैं कि कौन से स्टॉक्स हैं जहां हाल ही में करेक्शन हुआ है जो अब वापस शेयर बाउंसबैंक के लिए तैयार है।

शेयर बाजार में वापस तेजी देखी जा रही है। इस तेजी से IT शेयर्स भी अछूते नहीं है। ट्रंप की वापस के बाद से एक्सपर्ट्स इस सेक्टर पर आउटलुक पॉजिटिव बने हुए हैं। ऐसे में निवेशक जरूर जानना चाहते हैं कि कौन से स्टॉक्स हैं जहां हाल ही में करेक्शन हुआ है जो अब वापस शेयर बाउंसबैंक के लिए तैयार है। ऐसे में ब्रोकरेज ने एक स्टॉक पर भरोसा जताया है और अपने टारगेट प्राइस को और बढ़ा दिया है। ब्रोकरेज के हिसाब से ये शेयर लॉन्ग टर्म के लिए यहां अच्छा ग्रोथ आउटलुक निकलकर आ रहा है।
ब्रोकरेज ने आईटी कंपनी Persistent Systems पर अपना भरोसा जताया है और अपने टारगेट प्राइस को और बढ़ा दिया है। CLSA ने Persistent Systems पर अपनी 'Outperform' रेटिंग को बरकरार रखते हुए इसका टारगेट प्राइस ₹8,462 तक बढ़ा दिया है, जो कि पहले ₹6,154 था। नया टारगेट प्राइस बुधवार के क्लोजिंग प्राइस 6,011 रुपये के मुकाबले 40% अपसाइड टारगेट है। Persistent Systems के यूनीक बिजनेस मॉडल और लगातार मजबूत प्रदर्शन के चलते ब्रोकरेज इसके ग्रोथ आउटलुक को लेकर बुलिश है।
ब्रोकरेज का कहना है कि Persistent Systems के पास कई ग्रोथ ड्राइवर्स हैं, जो इसे लॉन्गटर्म ग्रोथ के लिए अनुकूल बनाते हैं। कंपनी की क्षमताएं इसे एक अलग लीग में खड़ा करती हैं। शॉर्ट टर्म भविष्य में नए प्रोजेक्ट्स और क्लाइंट्स से रेवेन्यू में और इजाफा होगा। लंबी अवधि में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी एडॉप्शन Persistent के लिए फायदेमंद साबित होंगे।
FY27 के लिए EBIT मार्जिन का अनुमान 15.5% से बढ़ाकर 16.2% कर दिया गया है। कंपनी की लागत को नियंत्रित करने और बेहतर ऑपरेशन क्षमता के कारण यह सुधार संभव है। शॉर्ट और लॉन्ग टर्म रेवेन्यू ग्रोथ के लिए CLSA ने अपने अनुमानों को बढ़ा दिया है। CLSA को उम्मीद है कि FY25-27 के दौरान Persistent Systems का US डॉलर-आधारित रेवेन्यू 21 प्रतिशत CAGR से बढ़ेगा।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।