4.5% टूटा बजाज फाइनेंस का शेयर! Nirmal Bang ने दी HOLD रेटिंग - चेक करें लेटेस्ट टारगेट प्राइस
आज स्टॉक 908 रुपये पर खुला था और अब तक इसने अपना इंट्राडे लो 897.65 रुपये को टच किया है। दरअसल बजाज फाइनेंस ने बीते गुरुवार को अपने Q1 FY26 को तिमाही नतीजों को जारी किया था जिसके बाद आज स्टॉक गिरा है।

Bajaj Finance Share Price: दिग्गज एनबीएफसी कंपनी बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance Ltd.) के शेयरों में आज करीब 4.5% की गिरावट देखने को मिल रही है। स्टॉक आज सुबह 10:07 बजे तक एनएसई पर 4.49% या 43.10 रुपये गिरकर 915.85 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं बीएसई पर स्टॉक 4.43% या 42.50 रुपये टूटकर 916.50 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।
आज स्टॉक 908 रुपये पर खुला था और अब तक इसने अपना इंट्राडे लो 897.65 रुपये को टच किया है। दरअसल बजाज फाइनेंस ने बीते गुरुवार को अपने Q1 FY26 को तिमाही नतीजों को जारी किया था जिसके बाद आज स्टॉक गिरा है।
इधर ब्रोकरेज फर्म Nirmal Bang Institutional Equities ने बजाज फाइनेंस के Q1FY26 प्रदर्शन को रिव्यू करने के बाद कंपनी पर 'Hold' की रेटिंग बरकरार रखी है। फर्म ने 978 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है, जो गुरुवार के बीएसई क्लोजिंग प्राइस (959 रुपये) से करीब 2% ऊपर है। इस टारगेट का आधार कंपनी के स्थिर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) और मजबूत एसेट ग्रोथ है।
बजाज फाइनेंस की जून तिमाही में नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) 22% बढ़ी, प्री-प्रोविजन ऑपरेटिंग प्रॉफिट (PPOP) में 18% की वृद्धि और कर-पश्चात मुनाफा (PAT) में 21% की बढ़त दर्ज की गई। Nirmal Bang का अनुमान है कि FY26 के दौरान NIM स्थिर रहेंगे और FY27 में लागत में संभावित गिरावट के चलते इसमें हल्की बढ़ोतरी हो सकती है।
ब्रोकरेज ने FY27 के अनुमानों को संशोधित किया है, जिसमें कम फंडिंग कॉस्ट और कंट्रोल ऑपरेशनल खर्चों को ध्यान में रखा गया है। इन अनुमानों के आधार पर, जून 2027 की अनुमानित एडजस्टेड बुक वैल्यू पर 4x मल्टीपल के साथ टारगेट प्राइस तय किया गया है।
Q1FY26 में बजाज फाइनेंस ने 25% की एनुअल AUM ग्रोथ हासिल की, जिसमें 4.7 मिलियन नए ग्राहक और 13.5 मिलियन नए लोन शामिल थे। हालांकि, फर्म ने निवेशकों को निकट अवधि में संभावित चुनौतियों के प्रति सचेत किया है।
एसेट क्वालिटी की बात करें तो कंपनी का GS3 रेश्यो 1.28% और NS3 रेश्यो 0.5% रहा, जो इंडस्ट्री में सबसे कम है। यह कंपनी की मजबूत स्थिति और कंपीटिशन बढ़त को दर्शाता है।
लीडरशिप की बात करें तो राजीव जैन ने अनूप साहा के बाहर जाने के बाद फिर से ऑपरेशनल भूमिका संभाली है और FY28 तक इस पद पर बने रहेंगे।