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क्या आईटी स्टॉक्स में बेस्ट टाइम है निवेश का

दरअसल ये सवाल पैदा हुआ है कि ग्लोबल आईटी दिग्गज एक्सेंचर की गाइडेंस के बाद। कंपनी ने गुरुवार को अपनी तिमाही आय और वित्त वर्ष 25 के लिए दिशा-निर्देश जारी किए और ब्रोकरेज फर्म उन्हें काफी पाजिटिव मान रही है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि विकास की दिशा में मैक्रो बाधाएं दूसरी तिमाही से ही सामने आएंगी, जबकि आउटसोर्सिंग बुकिंग भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए भी अच्छी खबर है।

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अब क्या आईटी में रैली आने वाली है ये वो सवाल है जो इस बुल मार्केट में पूछा जा रहा है क्योंकि जिस तरह की तेजी है उसमें केवल आईटी ऐसे स्टॉक्स हो सकते हैं जिसमें रिसर्च करके पता लगाया जा सकता है कि क्या इनकी वैल्युएशन ठीक है।

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दरअसल ये सवाल पैदा हुआ है कि ग्लोबल आईटी दिग्गज एक्सेंचर की गाइडेंस के बाद। कंपनी ने गुरुवार को अपनी तिमाही आय और वित्त वर्ष 25 के लिए दिशा-निर्देश जारी किए और ब्रोकरेज फर्म उन्हें काफी पाजिटिव मान रही है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि विकास की दिशा में मैक्रो बाधाएं दूसरी तिमाही से ही सामने आएंगी, जबकि आउटसोर्सिंग बुकिंग भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए भी अच्छी खबर है।


ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि एक्सेंचर की आय के बाद और 10 अक्टूबर, 2024 को आने वाली भारत की दूसरी तिमाही की आय से पहले सभी ब्लूचिप, लार्जकैप और मिडकैप शेयरों सहित भारतीय आईटी कंपनियां फोकस में रहेंगी। साथ ही, गिरती ब्याज दरें भी आईटी काउंटरों के लिए स्टॉक की कीमतों का समर्थन करेंगी।

एक्सेंचर  को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यु गाइडेंस 3-6 प्रतिशत होगी, जिसमें 3 प्रतिशत नॉन ऑरगेनिक ग्रोथ भी शामिल है। 

एक्सेंचर की गाइडेंस के बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस), विप्रो, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एलटीआईमाइंडट्री सहित भारतीय आईटी प्रमुख कंपनियां दिन के दौरान आज फोकस में रहेंगी। हालांकि, एलटीआई माइंडट्री लिमिटेड आज के बदलाव में निफ्टी 50 से बाहर हो जाएगी। इसकी जगह भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) लेगी।

Accenture ने अपनी गाइडेंस में कहा है कि वित्त वर्ष 2025 के लिए परिदृश्य में सुधार हुआ है क्योंकि क्लाइंट के खर्च में शुरुआती बढ़त देखने को मिल रही है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 81.2 बिलियन डॉलर की बुकिंग की बात कही है। निर्मल बैंग इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा कि पिछले 18-24 महीनों से बड़े अच्छी ग्रोथ की उम्मीद जताई है।

हालांकि कंपनी का कहना है कि मांग के माहौल में Q3 से Q4FY24 तक कुछ खास बदलाव नहीं हुआ। FY25 का ऑउटलुक बदलता हुआ दिख रहा है और Q2FY25 से क्लाइंट खर्च में तेजी आएगी। चूंकि एक दर कटौती पहले ही हो चुकी है और 24 दिसंबर तक अमेरिकी चुनाव खत्म हो जाएंगे, इसलिए क्लाइंट अधिक निश्चितता के साथ नए आईटी बजट पेश करेंगे और खर्च फिर से शुरू करेंगे। इसने कहा कि ऑर्गेनिक रेवेन्यू और कंसल्टिंग बिजनेस में तेजी इसका समर्थन करती है।

निर्मल बंग ने कहा, "एक्सेंचर ने अपनी टिप्पणी में आशावादी रुख अपनाया है, जो वैश्विक आईटी उद्योग के साथ-साथ भारतीय आईटी सेवा क्षेत्र के लिए भी अच्छा संकेत है, जो 10 अक्टूबर से अपने नतीजे घोषित करेगा।

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एन्टीक स्टॉक ब्रोकिंग ने कहा कि "तिमाही के दौरान एक्सेंचर द्वारा कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि से मांग में तेजी का संकेत मिलता है, जिससे भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के लिए मध्यम अवधि में वृद्धि की संभावना बनती है। कुल मिलाकर, मजबूत डील बुकिंग और उच्च वृद्धि मार्गदर्शन भारतीय आईटी कंपनियों के लिए अच्छा संकेत है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।