Stock Market में भूचाल के 5 बड़े कारण! इस लेवल के टूटने के बाद आया बड़ा संकेत
बुधवार यानि 8 जनवरी को एक बार फिर भारतीय शेयर बाजार में गिरावट बढ़ती हुई दिखी। सेंसेक्स ने इन्ट्रा-डे ट्रेड में 700 अंक से अधिक की गिरावट दर्ज की, जबकि निफ्टी 50 ने 23,500 के नीचे लुड़कने की स्थिति बनाई।

बुधवार यानि 8 जनवरी को एक बार फिर भारतीय शेयर बाजार में गिरावट बढ़ती हुई दिखी। सेंसेक्स ने इन्ट्रा-डे ट्रेड में 700 अंक से अधिक की गिरावट दर्ज की, जबकि निफ्टी 50 ने 23,500 के नीचे लुड़कने की स्थिति बनाई। सेंसेक्स ने 78,319.45 पर ओपन किया, जबकि पिछले बंद 78,199.11 था और यह 700 अंक से अधिक गिरकर 77,500 से नीचे आ गया। निफ्टी 50 ने 23,746 पर ओपन किया और 200 अंक से अधिक गिरकर 23,496.15 पर पहुंच गया। BSE मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 2 प्रतिशत तक की गिरावट देखी गई।
बाजार की स्थिति नाजुक बनी हुई है। ऐसे में समझने की कोशिश करते है कि भारतीय शेयर मार्केट फिलहाल किन चुनौतियों का सामना कर रहा है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के हेड रिसर्च एनालिस्ट विकास जैन का कहना है कि निफ्टी 50 ने पिछले दो महीनों में 23,500 से 24,700 के स्तर तक मूवमेंट किया और अब यह फिर से 23,500 के करीब आ गया है, जो लगातार FIIs की बिक्री के कारण हुआ है। जैन ने कहा कि अगर 23,200 का सपोर्ट टूटता है, तो इंडेक्स 21,800-21,500 के स्तर तक गिर सकता है, जो लॉन्ग टर्म औसत, चुनावी निचले स्तर और पिछली मूवमेंट के 23.6 प्रतिशत रिट्रेसमेंट के अनुरूप होगा।
विशेषज्ञों ने आज के बाजार क्रैश के पीछे 5 अहम कारण बताएं हैं....
1) कमजोर वैश्विक संकेत
वैश्विक कमजोरी ने घरेलू बाजार की धारणा पर दबाव डाला। वॉल स्ट्रीट के गिरने के बाद एशियाई बाजारों में गिरावट देखने को मिली। लगातार बॉन्ड यील्ड बढ़ रहा है तो वहीं डॉलर भी मजबूत हो रहा है।
2) US फेड दर
यूएस की मजबूत मैक्रो डेटा ने इस साल फेड की दर में मामूली कटौती की संभावनाओं को जन्म दिया है, जिससे निवेशकों में चिंता पैदा हो रही है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका के मेक्रो डाटा इमर्जिंग मार्केट्स के सामने मजबूत स्थिति दर्शा रहा है। नवंबर जॉब डाटा भी बढ़कर आया है।
3) Q3 आय के परिणाम
बाजार को दिसंबर तिमाही के (Q3) परिणामों से पहले सतर्कता दिखाई दे रही है। पिछले दो कमजोर तिमाहियों के बाद Q3 में कंपनियों की परफॉर्मेंस कुछ खास दिख नहीं रही है।
4) IT और बैंकिंग शेयरों की कमजोर प्रदर्शन
HDFC Bank, ICICI Bank, Infosys और SBI के शेयरों में नुकसान ने इंडेक्स को नीचे खींच लिया। निफ्टी बैंक और निफ्टी IT इंडेक्स को देखें तो 1.5 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
5) विदेशी पूंजी का आउट फ्लो
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FII) के जरिएलगातार भारत से पूंजी का आउट फ्लो बाजार को निचले स्तर पर बनाए रखे हुए है। जनवरी में अब तक एफपीआई ने ₹8,500 करोड़ से अधिक की भारतीय इक्विटी बेची है।
इसके साथ ही कुछ और फैक्टर्स भी है जो शेयर मार्केट पर असर डाल रहे हैं। इसमें डोनल्ड ट्रंप की ट्रेड नीति, पहले से बढ़े हुए शेयर मार्केट के वैल्यूएशन और बजट 2025 को लेकर बाजार पहले से ही सतर्क है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।