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NFO में निवेश से पहले क्या करें, कैसे करें किसी भी NFO में निवेश?

कई बार निवेशकों को लगता है कि NFO में पैसा लगाना ठीक ऐसा ही जैसा IPO में पैसा लगाना। जब भी कोई म्यूचुअल फंड हाउस, न्यू फंड ऑफर (NFO) लेकर आता है तो इसकी काफी चर्चा होती है। इस शोर के बीच कई बार नए निवेशक इसे IPO जैसा समझ लेते हैं और पैसे लेकर तैयार हो जाते हैं।

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NFO में निवेश से पहले क्या करें, कैसे करें किसी भी NFO में निवेश?

कई बार निवेशकों को लगता है कि NFO में पैसा लगाना ठीक ऐसा ही जैसा IPO में पैसा लगाना। जब भी कोई म्यूचुअल फंड हाउस, न्यू फंड ऑफर (NFO) लेकर आता है तो इसकी काफी चर्चा होती है। इस शोर के बीच कई बार नए निवेशक इसे IPO जैसा समझ लेते हैं और पैसे लेकर तैयार हो जाते हैं। कभी-कभी तो तुक्का सही लग जाता है लेकिन कई बार दांव गलत भी बैठ जाता है और निवेशक 
अपना नुकसान करा लेते हैं। किसी NFO में निवेश से पहले ये जानना जरूरी है कि इससे फायदा होता है या नुकसान।

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क्या होता है NFO?
फंड हाउस सबसे पहले फंड के पैसे जमा करने के लिए ‘न्यू फंड ऑफर’ लेकर आते हैं। इस ऑफर का उद्देश्य होता है फंड के लिए शुरुआती पूंजी जुटाकर पोर्टफोलियो के लिए शेयर खरीदना।

क्या NFO में है रिस्क?
NFO हमेशा नए फंड के लिए लाया जाता है इसलिए इसका कोई परफॉर्मेंस ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होता। नए फंड का ट्रैक रिकॉर्ड नहीं होने से कई बार निवेशक उस फंड हाउस के ट्रैक रिकॉर्ड पर ही भरोसा कर के निवेश कर लेता है जो एक सही तरीका नहीं है। NFO बिल्कुल भी IPO जैसा नहीं है, क्योंकि किसी भी म्यूचुअल फंड के NAV पर डिमांड और सप्लाई का कोई असर नहीं होता है। फंड हाउस आपके
पैसे को निवेश करने के लिए आपसे एक फीस लेते हैं जिसे टेक्निकल भाषा में एक्सपेंस रेश्यो कहा जाता है। कम राशि मैनेज करने वाले फंड हाउस ज्यादा एक्सपेंस रेश्यो भी चार्ज कर सकते हैं जिससे आपको NFO महंगा भी पड़ सकता है। ऐसे निवेशक जिन्हें बाजार के बारे में गहरी जानकारी नहीं है उनके लिए NFO अंधेरे में तीर चलाने जैसा है. लेकिन, अगर आप बाजार की कंडीशन को अच्छी तरह समझते हैं और निवेश की टाइमिंग और थीम को लेकर सही फैसला ले सकते हैं तो आप NFO में निवेश कर सकते है।

ट्रेक रिकॉर्ड का ना होना
NFO में कई बार ट्रेक रिकॉर्ड नहीं होता है, जब भी आप किसी फंड में निवेश करते हैं तो आपको इसका ट्रेक रिकॉर्ड भी चेक करना चाहिए लेकिन नए फंड के केस में ऐसा नहीं होता है। इसलिए जब भी आप नए फंड में निवेश करें तो कोशिश करें कि ऐसा फंड हो जिसका रिकॉर्ड टैक किया जा सके।