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Ashok Leyland के शेयर 52 हफ़्ते हाई पर पहुँचे

शुक्रवार को शेयर की शुरुआत ₹235.10 पर हुई, जो कि पिछले बंद ₹232.43 से थोड़ा अधिक थी।

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Ashok Leyland के शेयर 52 हफ़्ते हाई पर पहुँचे

आज के शेयर बाजार में Ashok Leyland के शेयर ने सुबह के व्यापार में 6% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की, जिससे यह 52 हफ़्ते के हाई पर पहुँच गया। शुक्रवार को शेयर की शुरुआत ₹235.10 पर हुई, जो कि पिछले बंद ₹232.43 से थोड़ा अधिक थी। इसके बाद, शेयर ने और तेजी पकड़ी और ₹248.20 के 52 हफ़्ते के हाई को छू लिया।

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अशोक लेलैंड की Q1 वित्तीय प्रदर्शन

अशोक लेलैंड ने गुरुवार को अपनी Q1 वित्तीय प्रदर्शन की घोषणा की। UBS रिसर्च ने इस शेयर को अपग्रेड किया, जिससे इसके शेयर की कीमत में तेजी आई। UBS ने 25 जुलाई को अपनी रिपोर्ट में कहा कि "हम अशोक लेलैंड को न्यूट्रल से बाय में अपग्रेड कर रहे हैं, क्योंकि MHCV (मीडियम और हेवी कमर्शियल व्हीकल्स) की मांग में स्थिरता, मजबूत मूल्य निर्धारण वातावरण और अनुकूल मूल्यांकन है।”

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Q1 में वॉल्यूम ग्रोथ

Ashok Leyland ने Q1 में घरेलू MHCV वॉल्यूम में 8% की बढ़ोतरी दर्ज की और कंपनी ने बताया कि इसका मार्केट शेयर 30.7% था। बसों के मार्केट शेयर में भी बढ़ोतरी हुई है, जो 33.3% पर पहुँच गया। Q1 FY’25 में कंपनी का LCV वॉल्यूम 15,345 यूनिट्स था, जो पिछले वर्ष के Q1 (14,821 यूनिट्स) से 4% अधिक है।

रियलाइजेशन में कमी

हालांकि, विश्लेषकों के अनुसार, अशोक लेलैंड की आय प्रदर्शन पर कम रियलाइजेशन का प्रभाव पड़ा है। Jefferies India Limited के विश्लेषकों ने बताया कि प्रति वाहन रियलाइजेशन ₹19,81,000 था, जो वर्ष दर वर्ष 1% कम और क्रमिक रूप से 2% कम था। अशोक लेलैंड का Q1 ईबीटीडीए (EBITDA) वर्ष दर वर्ष 11% बढ़ा, लेकिन यह जेफरीज के अनुमान से 11% कम था। EBITDA मार्जिन वर्ष दर वर्ष 60 बिप्स बढ़कर 10.6% हो गया, लेकिन यह अनुक्रमिक रूप से 350 बिप्स गिर गया। Q1 में शुद्ध लाभ 16% बढ़ा, लेकिन यह जेफरीज के अनुमान से 3% कम था।

UBS द्वारा अपग्रेड

UBS रिसर्च की रिपोर्ट ने अशोक लेलैंड के शेयर की कीमत में तेजी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। UBS ने इसे "बाय" रेटिंग दी है, जो कि MHCV की मांग में मजबूती और अनुकूल मूल्यांकन की ओर इशारा करती है।

क्या यह स्थायी है?

अशोक लेलैंड के शेयर की वृद्धि ने निवेशकों के बीच उत्साह पैदा किया है, लेकिन क्या यह वृद्धि स्थायी है? कुछ विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी की मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और बाजार में उसकी स्थिति इसे एक स्थायी विकल्प बना सकती है। हालांकि, कुछ चिंताएँ भी हैं। जैसे कि कम रियलाइजेशन और EBITDA के अनुक्रमिक गिरावट ने कुछ निवेशकों को सतर्क किया है। इसके अलावा, बाजार की स्थिति और प्रतिस्पर्धा भी कंपनी की भविष्य की वृद्धि को प्रभावित कर सकती है। अशोक लेलैंड के शेयर की वृद्धि ने इसे निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है, लेकिन यह आवश्यक है कि निवेशक इसके पीछे के कारणों और संभावित जोखिमों का ध्यान रखें।

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