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2024 में बदला भारत का पेमेंट पैटर्न, हर तीसरा ट्रांजेक्शन EMI या Credit Card से

एक रिपोर्ट के हिसाब से भारत में पेमेंट करने का तरीका पूरी तरह से बदल चुका है। अब लोग ईएमआई या क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करना पसंद करते हैं।

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Payment Data

साल 2024 में भारत में डिजिटल पेमेंट (Digital Payments) का चलन तेजी से बढ़ा है। इसके साथ ही अब लोगों की खरीदारी का तरीका भी बदल रहा है। डिजिटल पेमेंट फिनटेक फाय कॉमर्स की रिपोर्ट रिपोर्ट के अनुसार,हर तीन में से एक डिजिटल ट्रांजेक्शन अब क्रेडिट कार्ड (Credit Card) या ईएमआई (EMI) के जरिए हो रहा है।

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कैसे बदली पेमेंट की दुनिया?

अब लोग हर चीज का पेमेंट सिर्फ UPI से नहीं कर रहे, बल्कि जरूरत पड़ने पर EMI और Credit Card का इस्तेमाल कर रहे हैं। रिपोर्ट बताती है कि साल 2024 में 33% डिजिटल पेमेंट क्रेडिट-ड्राइवन (Credit-driven Payments) रहे हैं।

UPI बना डेली खर्च का हीरो

रिपोर्ट के मुताबिक, छोटे और मीडियम वैल्यू वाले पेमेंट के लिए लोग यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) का इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि बड़े खर्चों जैसे स्कूल की फीस, मेडिकल खर्च या ऑनलाइन शॉपिंग के लिए EMI को चुन रहे हैं।

फाय कॉमर्स के को-फाउंडर एंड हेड ऑफ पेमेंट, राजेश लोंधे ने कहा कि क्रेडिट से पेमेंट करने का ट्रेंड अब सिर्फ अमीरों तक सीमित नहीं रहा। अब मिडिल क्लास भी EMI पर खरीदारी को तरजीह देने लगा है, ताकि एक बार में बड़ा खर्च न करना पड़े और महीने की बजटिंग बनी रहे। जैसे-जैसे फेस्टिव सीजन आता है, वैसे ही EMI पर शॉपिंग का चलन बढ़ जाता है। फूड डिलीवरी, रिटेल और हेल्थकेयर (Healthcare EMI) जैसी कैटेगरीज में EMI का यूज तेजी से बढ़ा है।

AutoPay और UPI Mandate से बनी सहूलियत

सरकारी और यूटिलिटी बिल के 75% पेमेंट अब UPI AutoPay के जरिए हो रहे हैं। इससे लोगों को समय पर पेमेंट करने में आसानी होती है और मिसिंग पेमेंट का रिस्क भी कम हो जाता है।

डिजिटल पेमेंट अब सिर्फ ट्रांजेक्शन नहीं

रिपोर्ट के मुताबिक, लोग अब अपनी कमाई को सिर्फ खर्च करने की बजाय बेहतर तरीके से मैनेज करना सीख गए हैं। अब वे कैश फ्लो (Cash Flow Management) पर ध्यान दे रहे हैं। EMI जैसी सुविधाएं उन्हें बड़ी चीजें खरीदने का रास्ता देती हैं, वो भी बिना एक साथ ज्यादा पैसा खर्च किए।