Mutual Fund Portfolio लाल निशान पर, गिरते बाजार में SIP बंद करवाना कितना सेफ?
Mutual Fund: शेयर बाजार में डायरेक्ट इन्वेस्ट न करें इसके लिए निवेशक म्यूचुअल फंड की SIP में निवेश करते हैं। अब शेयर बाजार में लगातार चार महीेने की गिरावट के बाद निवेशकों के मन में सवाल है कि क्या उन्हें एसआईपी बंद करवा देना चाहिए। आर्टिकल में सही जवाब जानते हैं।

शेयर बाजार (Stock Market) में लगातार चार महीने से गिरावट जारी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) अपने उच्चतम स्तर से 10 हजार अंक नीचे आ गई है। ऐसे में जिन निवेशकों ने म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में इन्वेस्ट किया था, उनका पोर्टफोलियो (Mutual Fund Posrtfolio) अब लाल निशान पर आ गया है। लगातार गिरावट के बाद अब निवेशकों के मन में सवाल है कि क्या उन्हें SIP जारी रखना चाहिए या फिर होल्ड कर देना चहिए? हम आपको नीचे इस सवाल का सही जवाब देंगे।
रोके या चालू रखें निवेश?
शेयर बाजार में जब भी गिरावट आती है तो निवेशक अक्सर म्यूचुअल फंड से निकासी कर देते हैं। रिटेल निवेशकों को जब तक प्रॉफिट होता तो उन्हें काफी अच्छा लगता है, लेकिन बिकवाली भरे बाजार में वह घाटा पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में वह निवेश करना रोक देते हैं और बाजार के उठने का इंतजार करते हैं। हालांकि, ऐसा करना बिल्कुल गलत है। फाइनेंस एक्सपर्ट के अनुसार म्यूचुअल फंड का एसआईपी लॉन्ग टर्म के लिए होता है। लंबे अवधि में मुनाफा पाने के लिए कभी भी इन्वेस्टमेंट को बीच में न रोकें। यह फैसला बाद में घाटे में बदल जाता है।
आपको बता दें कि किसी भी निवेश के समय कभी घबराना नहीं चाहिए। घाटा हो या प्रॉफिट हमेशा धैर्य से काम करना चाहिए। इसके अलावा फंड से निकासी लक्ष्य के पूरा होने या फिर अपात स्थिति में ही करना चाहिए।
निकासी कैसे है घाटे का सौदा?
साल 2020 यानी कोराना काल इसका सबसे अच्छा उदाहरण है। कोरोना महामारी के कारण देश को आर्थिक तौर पर भारी नुकसान हुआ है। उस साल शेयर बाजार में लगभग 40 फीसदी की गिरावट आई। इस भारी गिरावट के बाद कई निवेशकों को लग रहा था कि सबकुछ खत्म हो गया, जबकि ऐसा नहीं हुआ। कई निवेशकों ने गिरते बाजार के कारण निवेश रोक दिया। हालांकि, कई निवेशकों ने धैर्य बनाए रखा और निवेश जारी किया। अब जिन निवेशकों ने घाटे में म्यूचुअल फंड से निकासी की थी उन्हें घाटा हुआ। वहीं जिन्होंने धैर्य बनाए रखा उन्हें मुनाफा हुआ।
लाल पोर्टफोलियो में क्या करें?
गिरते बाजार और लाल पोर्टफोलियो में निवेशकों को क्या करना चाहिए? इसको लेकर मार्केट एक्सपर्ट कहते हैं कि जब बाजार गिरता है तो निवेश को बढ़ाने का मौका होता है। गिरते बाजार में SIP शुरू किया जा सकता है। ऐसे में निवेशकों को ज्यादा यूनिट मिलता है और जब बाजार में तेजी आती है तो निवेशक को मुनाफा होता है।
उदाहरण के तौर पर अगर आप 1000 रुपये का मंथली इन्वेस्ट करते हैं तो गिरते बाजार में ज्यादा यूनिट मिलेंगे। गिरते बाजार में यूनिट की वैल्यू गिर जाती है और निवेशक को ज्यादा यूनिट मिलती है। वहीं, तेजी भरे बाजार में यूनिट महंगी हो जाती है और ऐसे में 1000 रुपये के निवेश पर कम यूनिट मिलेगा। इस तरह गिरते बाजार में निवेश करना काफी अच्छा है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।