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2024 की चौथी तिमाही में घरों की बिक्री में 26 फीसदी की गिरावट, नए प्रोजेक्ट लॉन्च में भी आई कमी: रिपोर्ट

डिजिटल रियल एस्टेट ट्रांजैक्शन और एडवाइजरी प्लेटफॉर्म प्रॉपटाइगर डॉट कॉम (PropTiger.com) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत के आठ प्रमुख आवासीय बाजारों में घरों की बिक्री में पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 2024 की अक्टूबर-दिसंबर अवधि में 26% की गिरावट दर्ज की गई है।

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Commercial real estate typically requires significant upfront capital, which could be daunting for a generation facing student debt and rising living costs.
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डिजिटल रियल एस्टेट ट्रांजैक्शन और एडवाइजरी प्लेटफॉर्म प्रॉपटाइगर डॉट कॉम (PropTiger.com) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार भारत के आठ प्रमुख आवासीय बाजारों में घरों की बिक्री में पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 2024 की अक्टूबर-दिसंबर अवधि में 26% की गिरावट दर्ज की गई है।

'रियल इनसाइट रेजिडेंशियल: एनुअल राउंडअप 2024 बाय प्रॉपटाइगर.कॉम' शीर्षक से रिपोर्ट में कहा गया है कि घरों की बिक्री की संख्या में गिरावट का मुख्य कारण महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं, जहां विश्लेषण में शामिल आठ में से तीन शहर आते हैं। संपत्ति की बढ़ी हुई कीमतें भी इस गिरावट का कारण बन सकती हैं। 

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डेटा दिखाता है कि एनसीआर को छोड़कर साल-दर-साल आधार पर सभी शहरों में घरों की बिक्री में गिरावट आई है।  चुनावों का असर नई सप्लाई पर भी दिखाई दिया। 2024 की चौथी तिमाही में नए प्रोजेक्ट लॉन्च में 33 फीसदी की गिरावट आई है क्योंकि राज्यों के चुनावों के प्रोजेक्ट अप्रूवल्स  की गति धीमी हो गई। रिपोर्ट में शामिल आठ शहरों में से पांच में 2024 की अंतिम तिमाही के दौरान नए लॉन्च की संख्या में गिरावट आई है।

 

अक्टूबर-दिसंबर के त्यौहारी सीजन में, बिक्री में तिमाही-दर-तिमाही वृद्धि देखी गई, जैसा कि अपेक्षित था। इसके बाद भी अधिकांश क्षेत्रों में बिक्री और नए लॉन्च में पिछले साल के मुकाबले गिरावट देखी गई। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं, प्रमुख राज्यों के चुनावों और देशभर में संपत्ति की कीमतों में वृद्धि जैसे कारकों ने डेवलपर्स और खरीदारों दोनों को वेट एंड वॉच अप्रौच अपनाने के लिए प्रेरित किया।

 

 

Housing.com (हाउसिंग डॉट कॉम) और Proptiger.com के ग्रुप सीईओ श्री ध्रुव अग्रवाल 
 

इसके आगे अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली एनसीआर नए घरों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले साल वृद्धि दर्ज करने वाला एकमात्र बाजार रहा। एमएमआर, पुणे और बेंगलुरु जैसे प्रमुख बाजारों सहित अन्य क्षेत्रों में घरों की बिक्री में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई। ब्याज दरों में कटौती के तत्काल कोई संकेत नहीं मिलने और आर्थिक विकास में मंदी के कारण आने वाली तिमाहियों में बाजार के सतर्क रहने की उम्मीद है।

नए घरों की बिक्री

दिल्ली एनसीआर बाजार देश के टॉप आठ शहरों में नए घरों की बिक्री में सकारात्मक वृद्धि दर्ज करने वाला एकमात्र क्षेत्र रहा, जहां चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में 9,808 यूनिट बिकीं, जो पिछले साल की समान अवधि में 6,528 इकाइयों के मुकाबले काफी अधिक है। एमएमआर 33,617 इकाइयों की बिक्री के साथ बाजार में सबसे आगे रहा, हालांकि पिछले साल इसी अवधि में 48,553 इकाइयों की बिक्री हुई थी जो साल-दर-साल 31 प्रतिशत की गिरावट दिखाता है। पुणे में 18,240 इकाइयां बिकीं, जो 31 प्रतिशत की गिरावट बता रही है। दक्षिण में बेंगलुरु में 13,236 इकाइयां बिकीं (23% की गिरावट), हैदराबाद में 13,179 इकाइयां (36% की गिरावट), और चेन्नई में 4,073 इकाइयां (5% की गिरावट) दर्ज की गईं।

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नए घरों की लॉन्चिंग

वर्ष 2024 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत के शीर्ष आठ हाउसिंग मार्केट में नए घरों की लॉन्चिंग में साल-दर-साल आधार पर 33 प्रतिशत की गिरावट आई। हैदराबाद में सबसे ज़्यादा गिरावट देखी गई, जहाँ 9,066 यूनिट लॉन्च की गईं (66% की गिरावट), उसके बाद अहमदाबाद में 3,515 यूनिट लॉन्च की गईं (61% की गिरावट) और कोलकाता में 3,091 यूनिट लॉन्च की गईं (41% की गिरावट), जो गिरावट के ट्रेंड को साफ दिखाता है। सकारात्मक बात यह है कि दिल्ली एनसीआर में 10,048 यूनिट लॉन्च की गईं, जिसमें 133% की साल-दर-साल वृद्धि देखी गई। इसी तरह चेन्नई में 4,005 यूनिट लॉन्च की गईं, और बेंगलुरु में 15,157 यूनिट लॉन्च की गईं, जो साल-दर-साल आधार पर 20 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है।