सीनियर सिटिजन का हेल्थ इंश्योरेंस: कम प्रीमियम में ज्यादा कवर कैसे पाएं?
अगर आप अपने घर में किसी सिनियर सिटिजन का हेल्थ इंश्योरेंस लेने का सोच रहे हैं तो हम आपको इस आर्टिकल में कुछ ट्रिक बताएंगे जिसके जरिये आप कम प्रीमियम में ज्यादा कवरेज पा सकते हैं।

बुजुर्गों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस (Health insurance For Senior Citizen) आजकल बहुत जरूरी हो गया है। हेल्थकेयर के खर्चे दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं और साथ ही इंश्योरेंस के प्रीमियम भी। ऐसे में कई लोग सोचते हैं कि क्या उन्हें सस्ता और अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस मिल सकता है? यहां हम आपको कुछ आसान तरीके बताएंगे, जिनसे आप अपने हेल्थ इंश्योरेंस का प्रीमियम कम कर सकते हैं।
जल्दी खरीदें हेल्थ इंश्योरेंस
अगर आप 60 साल की उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं, तो आपको ज़्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ता है। लेकिन अगर आप 30 या 40 साल की उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लेते हैं, तो प्रीमियम कम होगा। इसलिए जितना जल्दी आप हेल्थ इंश्योरेंस खरीदेंगे, उतना अच्छा रहेगा।
फैमिली फ्लोटर पॉलिसी लें
फैमिली फ्लोटर पॉलिसी एक ऐसी पॉलिसी है जिसमें पूरे परिवार को एक ही पॉलिसी में कवर किया जाता है। इसमें प्रीमियम कम होता है क्योंकि इसमें अलग-अलग पॉलिसी लेने की बजाय एक ही पॉलिसी से सभी को कवर किया जाता है। इस तरह सीनियर सिटीज़न को भी फैमिली फ्लोटर पॉलिसी में कवर किया जा सकता है। इसके साथ ही, कुछ इंश्योरेंस कंपनियां फैमिली फ्लोटर पॉलिसी पर डिस्काउंट भी देती हैं खासकर अगर उसमें ज्यादा परिवार के सदस्य शामिल हों।
नो क्लेम बोनस का फायदा उठाएं
अगर आप सालभर में कोई क्लेम नहीं करते, तो कई इंश्योरेंस कंपनियां आपको नो क्लेम बोनस (NCB) देती हैं। यह बोनस आपके प्रीमियम को कम करता है। इसके अलावा, सीनियर सिटिजन के लिए कई हेल्थ चेकअप और फिटनेस प्रोग्राम्स पर भी डिस्काउंट मिलता है, जो आपके प्रीमियम को कम कर सकते हैं।
बेस प्लान के साथ सुपर टॉप-अप लें
सुपर टॉप-अप प्लान एक सस्ता तरीका है जो आपको एक्सटेंडेड कवर देता है। आप इसे अपनी बेस हेल्थ पॉलिसी के साथ जोड़ सकते हैं। यह प्रीमियम कम करने का अच्छा तरीका है। आप इसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) या अपने बच्चों की कंपनी हेल्थ पॉलिसी के साथ जोड़ सकते हैं। इससे आपको ज्यादा कवर मिलेगा, लेकिन प्रीमियम पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
प्री-एक्जिस्टिंग कंडीशन को समझें
अगर किसी सीनियर सिटिजन को पहले से कोई बीमारी है, तो इंश्योरेंस कंपनियां उस बीमारी को कवर करने के लिए प्रीमियम बढ़ा सकती हैं। लेकिन कुछ कंपनियां प्री-एक्जिस्टिंग कंडीशन वाले मामलों को कुछ समय बाद कवर करना शुरू कर देती हैं। यह तरीका भी प्रीमियम कम करने में मदद कर सकता है।