Gratuity Calculator: नौकरी बदली तो ग्रेच्युटी गई! जॉब स्विच करने से पहले जान लें ये जरूरी बात
Gratuity Rule : अगर आर जॉब चेंज करने का सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है। आपको ग्रेच्युटी से जुड़े नियमों को जरूर जान लेना चाहिए।

आजकल लोग जॉब चेंज को लेकर काफी एक्टिव हो गए हैं। अच्छी सैलरी, बेहतर माहौल या नई जगह का ऑफर मिलते ही बिना ज्यादा सोचे जॉब छोड़ देते हैं। लेकिन कई बार यह जल्दबाजी आपको फाइनेंशियल नुकसान पहुंचा सकती है। खासकर अगर आप ग्रेच्युटी (Gratuity) के हकदार बनने के कुछ ही महीने दूर हैं, तो जॉब छोड़ना समझदारी नहीं होगी।
क्या होती है ग्रेच्युटी? (What is Gratuity?)
ग्रेच्युटी कंपनी की ओर से कर्मचारियों को दी जाने वाली एक तरह की थैंक यू राशि होती है, जो उन्हें लंबे समय तक सेवा देने के बदले मिलती है। यह रकम आपकी आखिरी सैलरी और कंपनी में काम के सालों के आधार पर तय होती है।
क्या सभी को मिलती है ग्रेच्युटी?
अगर आप किसी ऐसी कंपनी में काम कर रहे हैं जहां 10 या उससे ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, तो वहां Payment of Gratuity Act लागू होता है। इसका मतलब है कि ऐसे कर्मचारी जो लगातार कई साल तक काम करते हैं, उन्हें ग्रेच्युटी का फायदा जरूर मिलेगा। यह नियम फैक्ट्रियों, खदानों, ऑयल फील्ड, बंदरगाह और रेलवे जैसे सेक्टर में भी लागू होता है।
कितने साल के बाद मिलती है ग्रेच्युटी? (After how many years does one get gratuity?)
आमतौर पर ग्रेच्युटी के लिए जरूरी है कि आप किसी एक कंपनी में लगातार 5 साल तक काम करें। लेकिन कुछ खास मामलों में 4 साल 240 दिन काम करने पर भी ग्रेच्युटी मिल जाती है। अगर आप भूमिगत खदान में काम कर रहे हैं, तो सिर्फ 4 साल 190 दिन में भी आप इसके लिए एलिजिबल हो सकते हैं।
नोटिस पीरियड भी गिना जाएगा?
जी हां, अगर आप रेजिग्नेशन दे चुके हैं लेकिन नोटिस पीरियड पर हैं, तो वो समय भी आपकी कुल सर्विस टेन्योर में जोड़ा जाएगा। यानी नोटिस पीरियड में भी ग्रेच्युटी का हक बनता है।
ग्रेच्युटी का फॉर्मूला क्या है? (Gratuity Calculation Formula)
आप अपने आप भी ग्रेच्युटी की कैलकुलेशन कर सकते हैं। इसका फॉर्मूला है:
ग्रेच्युटी = लास्ट सैलरी × (15/26) × कंपनी में काम के कुल साल
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आपकी आखिरी सैलरी (बेसिक + डीए) ₹35,000 है और आपने 7 साल काम किया है, तो आपको ₹35,000 × 15/26 × 7 = ₹1,41,346 की ग्रेच्युटी मिलेगी।