Education Loan बन सकता है गले का जंजाल, फायदे-नुकसान जान लेने के बाद करें अप्लाई
अगर आप अपने बच्चे के लिए Education Loan लेने वाले हैं तो आपको एक बार इसके फायदे और नुकसान के बारे में जरूर जान लें ताकि आपको बाद में कोई पछतावा न हो।

'आमदनी अठन्नी खर्चा रुपया' यह बात एक हद तक सही रहता है। लोगों की कमाई से ज्यादा खर्चें होते हैं। आम खर्चों के साथ बच्चों की पढ़ाई के खर्चें भी दिनों-दिन बढ़ते जाते हैं। कई बार बच्चों को पढ़ाई के सिलसिले में विदेश भी जाना पड़ता है। ऐसे में इन खर्चों के लिए एजुकेशन लोन (Education Loan) लिया जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में एजुकेशन लोन गले का जंजाल बन जाता है।
अगर आप भी अपने बच्चों के लिए एजुकेशन लोन लेने का सोच रहे हैं तो आपको इसके फायदे और नुकसान के बारे में जान लेना चाहिए।
लोग धड़ाधड़ ले रहे हैं एजुकेशन लोन
CRISIL की ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में स्टूडेंट लोन सेक्टर में शानदार तेजी आई है। NBFC के पास ₹60,000 करोड़ से ज्यादा की लोन बुक है। हैरान करने वाली बात है कि पिछले साल यह लोन बुक 43,000 करोड़ की थी। बढ़ते लोन के पीछे की वजह विदेश की महंगी पढ़ाई और स्टूडेंड की बढ़ती संख्या।
एजुकेशन लोन के फायदे (Benefits of Education Loan)
यह लोन उन स्टूडेंट के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है जिनके पास तुरंत पैसे नहीं होते हैं। इसके अलावा जिन बच्चे का सपना होता है कि वह विदेश में जाकर पढ़ाई करें उनके लिए भी एजुकेशन लोन काफी फायदेमंद साबित होता है। दरअसल, इस लोन में ट्यूशन फीस, रहने-खाने और किताबों तक के खर्च को कवर किया जाता है।
इसके अलावा इस लोन में बच्चे की पढ़ाई के बाद भी कुछ समय की छूट दी जाती है ताकि बच्चा आसानी से नौकरी ढूंढ लें और सेट हो जाए। वहीं, कई बैंक या NBFC बच्चे की जॉब लगने के बाद उसकी सैलरी के हिसाब से ईएमआई स्ट्रक्चर बनाती है ताकी लोन देने में किसी तरह का कोई बोझ न लगे।
एजुकेशन लोन के नुकसान (Disadvantages of Education Loan)
अगर आप 20-25 की उम्र में बड़ा एजुकेशन लोन लेते हैं तो यह काफी मुश्किल हो सकता है। पढ़ाई पूरी होने के बाद कई बार EMI बोझिल लग सकती है। वहीं, अगर लोन की ईएमआई टाइम से नहीं भरते हैं तो ब्याज जुड़ता जाता है और कर्ज बढ़ता जाता है।
इसके अलावा अगर कम सैलरी में जॉब लगती है या फिर जॉब नहीं लगती है तो लोन की भरपाई न करने की वजह से क्रेडिट स्कोर (Credit Score) भी खराब हो सकता है। अगर क्रेडिट स्कोर खराब होता है तो उसे सही करने में काफी वक्त लग सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
विदेश में पढ़ाई के सपने को साकार करने के लिए अगर आप लोन लेते हैं तो सही प्लानिंग का होना जरूरी है। अगर सही प्लानिंग नहीं करते हैं तो लोन बोझिल हो सकता है। इसके अलावा लोन से पहले बैंकों या NBFC के ब्याज दर की तुलना करना जरूरी है। इससे आप जान सकते हैं कि कहां से सस्ता लोन लिया जा सकता है। वहीं, लोन एग्रीमेंट पर सिग्नेचर करने से पहले नियम व शर्तों को ध्यान से पढ़ें ताकि बाद में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।