भारत के इस शहर में मिल रही है सबसे सस्ती प्रॉपर्टी, घर खरीदने से पहले देखें कहीं आपके शहर का नाम तो नहीं?
अगर घर की किस्त किसी परिवार की कमाई का 40% या उससे कम है, तो वह शहर किफायती माना जाता है। चलिए जानते हैं किस शहर में मिल रही है सबसे सस्ती प्रॉपर्टी?

Real Estate: बढ़ती महंगाई और मेट्रो शहरों में आसमान छूती प्रॉपर्टी की कीमतों के बीच, मिडिल क्लास के लिए घर खरीदना किसी सपने जैसा हो गया है। लेकिन नाइट फ्रैंक इंडिया की ताजा 'फोर्डेबिलिटी इंडेक्स 2025' रिपोर्ट राहत देने वाली है। रिपोर्ट के मुताबिक, अहमदाबाद, कोलकाता और पुणे देश के सबसे किफायती हाउसिंग मार्केट बनकर उभरे हैं।
अहमदाबाद में सबसे कम बोझ
अहमदाबाद में घर की ईएमआई के लिए परिवार की मंथली कमाई का सिर्फ 18% खर्च होता है, जो इस इंडेक्स में सबसे बेहतर आंकड़ा है। पुणे में 22% और कोलकाता में 23% पर हैं। इंडेक्स के अनुसार, अगर घर की किस्त किसी परिवार की कमाई का 40% या उससे कम है, तो वह शहर किफायती माना जाता है।
मुंबई में भी किफायती स्थिति में सुधार
मुंबई जैसे महंगे बाजार में भी किफायती स्थिति में सुधार हुआ है। यहां इंडेक्स 2025 की पहली छमाही में 48% पर आ गया है, जो पिछले साल 50% था। होम लोन दरों में कमी के चलते यह बदलाव आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुंबई में घर खरीदने का सबसे उपयुक्त समय है।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ा EMI का बोझ
दिल्ली-एनसीआर में हालांकि स्थिति थोड़ी उलट रही। यहां परिवार की कमाई का 28% हिस्सा घर की ईएमआई में जा रहा है, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। इसकी वजह बढ़ती प्रॉपर्टी की कीमतें हैं।
Knight Frank India के चेयरमैन शिशिर बैजल के ने कहा कि घर का किफायती होना मांग और बिक्री को बनाए रखने में महत्वपूर्ण है। इससे लोगों का वित्तीय आत्मविश्वास बढ़ता है और वे निवेश के लिए प्रेरित होते हैं।
RBI की फरवरी में रेपो रेट में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती, न्यूट्रल ब्याज दर नीति और नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में ढील ने बैकिंग सिस्टम में लिक्विडिटी बढ़ाई है। इससे होम लोन सस्ता हुआ और हाउसिंग सेक्टर में तेजी आई है।