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ई-कॉमर्स में नया तहलका मचाने जा रहे हैं मुकेश अंबानी!

ई-कॉमर्स में नया तहलका मचाने जा रहा हैं मुकेश अंबानी! ई कॉमर्स की दिग्गज मीशो, फ्लिपकार्ट, अमेजन के लिए उन्होंने नया चक्रव्यूह रच दिया है। आप सब जानते होंगे कि रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने साल 2016 में AJIO को लॉन्च किया था। उनका इस एप को लॉन्च करने का मकसद था, फैशन और लाइफस्टाइल इंडस्ट्री में पैठ बनाना यानि कि ई-कॉमर्स बिजनेस में बादशाहत हासिल करना।

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ई-कॉमर्स में नया तहलका मचाने जा रहा हैं मुकेश अंबानी!

ई कॉमर्स की दिग्गज मीशो, फ्लिपकार्ट, अमेजन के लिए उन्होंने नया चक्रव्यूह रच दिया है। आप सब जानते होंगे कि रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने साल 2016 में AJIO को लॉन्च किया था। उनका इस एप को लॉन्च करने का मकसद था, फैशन और लाइफस्टाइल इंडस्ट्री में पैठ बनाना यानि कि ई-कॉमर्स बिजनेस में बादशाहत हासिल करना। लॉन्च के 8 साल गुजरने के बाद भी AJIO की लड़ाई मीशो, फ्लिपकार्ट, अमेजन जैसी दिग्गज कंपनियों से जारी है। ऐसे में मुकेश अंबानी अब इस इंडस्ट्री का तरताज बनने के लिए नया दांव खेल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस अपने ऑनलाइन फैशन रिटेल प्रोडक्ट प्लेटफॉर्म Ajio के 'लो प्राइज फैशन' आइटम के लिए मीशो जैसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है, जिसे Ajio Street नाम दिया गया है। इसका मतलब ये हुआ कि मुकेश अंबानी अब नई एप लेकर आ रहे हैं। Ajio प्लेटफॉर्म और ऐप से ये एकदम अलग होगी। अब ऐसे में सवाल उठता है कि AJIO होने के बावजूद नई एप क्यों? और इस नई एप के जरिए मुकेश अंबानी करना क्या चाहते हैं? 

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दरअसल मुकेश अंबानी इस नई एप के जरिए देश के सबसे बड़े Reselling App माने जाने वाले Meesho की तरह ही नई एप तैयार करवा रहे हैं। Ajio Street पर जीरो कमीशन देकर लोग अपने प्रोडक्ट बेच सकेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्लेटफॉर्म पर सामान बेचने वालों के पेमेंट का सेटलमेंट 15 दिनों के अंदर किया जाएगा। रिलायंस को उम्मीद है कि 'जीरो कमीशन' के चलते Ajio Street जल्द ही अपनी पहचान बना लेगा। 

अब समझिए मुकेश अंबानी का Ajio Street को लेकर प्लान है क्या?

मुकेश अंबानी Ajio को पहले से ज्यादा मजबूत और व्यापक ब्रैंड के तौर पर विकसित करना चाहते हैं, इसलिए वो Ajio Street तैयार कर रहे हैं। Ajio Street पर दूसरे प्लेटफॉर्म के मुकाबले सस्ते प्रोडक्ट उपलब्ध होंगे जो छोटे शहरों के ग्राहकों को आकर्षित करने का काम करेंगे। कंपनी को उम्मीद है कि जीरो कमीशन मॉडल से इसके यूजर बेस को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसको ऐसे भी समझ सकते हैं कि long-tail आइटम बाजार में लंबे समय तक बने रहते हैं और ऑफ-मार्केट चैनलों के जरिए बेचे जाते हैं। इन सामानों की डिस्ट्रब्यूशन और प्रोडक्शन लागत कम है। जिसके रिलायंस को सीधा डबल फायदा होगा।

मुकेश अंबानी इस बात को अच्छे से जानते हैं कि बिजनेस टू कंज्यूमर ई-कॉमर्स मार्केट बहुत तेजी से बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट की मानें तो FY25 तक B2B ई-कॉमर्स बाजार करीब 55% की दर से बढ़ने की उम्मीद है। ई-कॉमर्स बाजार 6.8 बिलियन डॉलक से बढ़कर 16.5 बिलियन डॉलर तक संभव है। जैसे-जैसे देश में डिजिटल ग्रोथ बढ़ेगी नए-नए कंज्यूमर इस मार्केट से जुड़ेंगे। और ऐसे में नंबर -1 बनने के लिए कंज्यूमर बेस को बड़ा करना बहुत जरूरी है। ऐसे में मुकेश अंबानी कोई मौका नहीं गंवाना चाहते हैं।