SIP: शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच जारी रखें एसआईपी? जानिए एक्सपर्ट की राय
म्यूचुअल फंड के निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वो अपनी Systematic Investment Plan (SIP) बंद कर दें या फिर जारी रखें। जानिए जवाब

Mutual Fund SIP: शेयर बाजार के दोनों सूचकांक आज मामूली तेजी के साथ बंद हुए। हालांकि आज सुबह और दोपहर के कारण में बाजार में भारी गिरावट देखने को मिला था। लगातार जारी गिरावट के कारण म्यूचुअल फंड के निवेशकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वो अपनी Systematic Investment Plan (SIP) बंद कर दें या फिर जारी रखें।
आज हम आपको इस खबर में एक्सपर्ट की मदद से बताएंगे की गिरते हुए बाजार में आपको अपनी एसआईपी जारी रखनी चाहिए या नहीं?
SIP जारी रखें या नहीं?
बिजनेस टुडे के रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा बाजार में म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों को एसआईपी जारी रखना चाहिए। निवेशकों को लार्ज कैप में ज्यादा एलोकेशन के साथ बैलेंस रूख अपनाना चाहिए। निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में मिड और स्मॉल कैप में सेलेक्टिव अप्रैच अपनानी चाहिए और घबराहट में बिक्री से बचना चाहिए।
म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट के अनुसार, अगर ऐतिहासिक आंकड़ों को देखें तो बाजार में उतार-चढ़ाव या मंदी के दौरान रुकने या रिडीम करने के बजाय कम से कम सात साल तक एसआईपी रखने से पॉजिटिव रिजल्ट मिले हैं।
भारतीय बाजार ओवरवैल्यूड
2025 में शेयर बाजार में अब तक भारी गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट की सबसे बड़ी मार स्मॉल और मिड कैप इंडेक्स पर पड़ी है। एक्सपर्ट के मुताबिक बाजार में जारी बिकवाली के कई कारण हैं: जैसे- अक्टूबर 2024 से फरवरी 2025 तक 1.97 लाख करोड़ रुपये की भारी एफआईआई बिकवाली, डॉलर के मुकाबले रुपये का लगातार कमजोर होना, अमेरिकी टैरिफ लगाना और कमजोर Q3 नंबर्स।
एक्सपर्ट ने कहा कि भले ही बजट 2025 में घोषित टैक्स छूट और आरबीआई मुद्रास्फीति नियंत्रण उपायों ने कुछ राहत दी है, लेकिन बाजार अधिक ओवरवैल्यूड हो गया है।
AMFI डेटा
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के मंथली डेटा के मुताबिक एसआईपी में योगदान दिसंबर 2024 में 26,451 करोड़ रुपये से घटकर जनवरी 2025 में 26,400 करोड़ रुपये हो गया है, एसआईपी AUM दिसंबर 2024 में 13.63 लाख करोड़ रुपये से घटकर जनवरी 2025 में 13.18 लाख करोड़ हो गया है।
एक्सपर्ट कमेंट
बिजनेस टुडे को MOAMC के अखिल चतुर्वेदी ने कहा कि पिछले 20 साल में एसआईपी के एक स्टडी के अनुसार (2008 के वित्तीय संकट, 2013 की मंदी और COVID -19 जैसी प्रमुख बाजार दुर्घटनाओं सहित) मुख्य बात यह है कि अगर लंबे समय तक एसआईपी जारी रहती है तो वह अच्छा काम करते हैं।
बिजनेस टुडे को WhiteOak Capital AMC के आशीष सोमैया ने बैलेंस पोर्टफोलियो बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मध्यम-जोखिम वाले निवेशक के लिए, बैलेंस का मतलब लार्ज-कैप और स्मॉल/मिड-कैप में संतुलित एलोकेशन होना जिसमें 65% लार्ज-कैप में हो।