देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के प्रदर्शन में मैजिक किसने पैदा किया?
सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम यानी PLI ने देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के प्रदर्शन में मैजिक पैदा कर दिया है। दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी ना केवल इस स्कीम के चलते भारत में आईफोन बना रही है बल्कि उन्हें दुनियाभर के देशों को निर्यात भी कर रही है।

सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम यानी PLI ने देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के प्रदर्शन में मैजिक पैदा कर दिया है। दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी ना केवल इस स्कीम के चलते भारत में आईफोन बना रही है बल्कि उन्हें दुनियाभर के देशों को निर्यात भी कर रही है। खास बात है कि कंपनी साल दर साल और महीना दर महीना अपना ही मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट का रिकॉर्ड ध्वस्त कर रही है। इस साल के पहले 7 महीनों यानी अप्रैल-अक्तूबर के दौरान भारत में ऐपल आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग 10 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई है।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक 2025-26 के शुरुआती 7 महीनों के दौरान ही देश में 10 अरब डॉलर के आईफोन का प्रोडक्शन हुआ है। इस साल अप्रैल से अक्टूबर के बीच किए गए 10 अरब डॉलर के उत्पादन में से करीब 7 अरब डॉलर के आईफोन का निर्यात किया गया है। अगर इसकी तुलना 2023-24 के पूरे 12 महीनों से करें तो उस दौरान भारत में कुल 14 अरब डॉलर के आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग हुई थी। जिसमें से 10 अरब डॉलर से ज्यादा के आईफोन का एक्सपोर्ट किया गया था
अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि ये स्मार्टफोन पीएलआई योजना के लिए 7 महीनों में एक और मील का पत्थर है। मंत्री ने बताया कि इस दौरान आईफोन निर्यात को मिलाकर भारत से कुल 10.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात हुआ। ऐपल का इकोसिस्टम देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को ताकतवर बनाने के साथ ही रोजगार की रफ्तार बढ़ाने में भी मददगार साबित हो रहा है। आंकड़ों के मुताबिक बीते चार साल में ऐपल के इकोसिस्टम यानी कंपनी और इसके वेंडर्स ने कुल मिलाकर पौने दो लाख प्रत्यक्ष रोजगार के मौके भी पैदा किए हैं। इसमें भी काम हासिल करने वालों में से 72 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी महिलाओं की है।
इंडस्ट्री डेटा के मुताबिक, कैलिफोर्निया स्थित टेक दिग्गज ने 2024-25 के पहले सात महीनों में भारत से 60 हजार करोड़ रुपये के आईफोन का निर्यात किया है। अप्रैल-अक्टूबर के दौरान कंपनी ने हर महीने करीब 8450 करोड़ रुपये के आईफोन का निर्यात किया है। जुलाई-सितंबर की अवधि में ऐपल ने भारत में अब तक का सबसे ज्यादा रेवेन्यू का रिकॉर्ड भी बनाया है। कंपनी भारत में अपने इस प्रदर्शन से खासी उत्साहित है और ये साल ऐपल के लिए असाधारण रहा है। आईफोन की बढ़ती डिमांड के असर से 2023-24 में ऐपल की इनकम सालाना आधार पर 36 फीसदी बढ़कर 66 हजार 700 करोड़ रुपये रही है। इस दौरान कंपनी ने 2 हजार 746 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था
अनुमान है कि डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद जिस तरह से चीन पर टैरिफ बढ़ाने का एलान डोनाल्ड ट्रंप ने किया है उससे भारत में आईफोन समेत तमाम तरह के सामानों की मैन्युफैक्चरिंग को बड़ा बूस्ट मिलेगा और भारत से एपल निर्यात के नए नए रिकॉर्ड कायम करता रहेगा।