
दिसंबर में बस्तर की सैर: 'भारत के नियाग्रा' में मिलेगा शानदार आनंद
बस्तर, छत्तीसगढ़ का एक खूबसूरत क्षेत्र, अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य, प्राचीन संस्कृति और आदिवासी जीवनशैली के लिए जाना जाता है। दिसंबर का महीना यहां घूमने के लिए एकदम सही होता है, जब मौसम ठंडा और सुहावना रहता है।

बस्तर में घूमने की जगहें
चित्रकूट जलप्रपात – इसे 'भारत का नियाग्रा' कहा जाता है। यह झरना इंद्रावती नदी पर स्थित है और दिसंबर के महीने में अपने पूरे जोश में रहता है। करीब 95 फीट ऊंचे इस झरने का अद्भुत नजारा आपको मंत्रमुग्ध कर देगा

।तीरथगढ़ जलप्रपात – यह बहु-स्तरीय जलप्रपात घने जंगलों के बीच स्थित है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और शांति सुकून देने वाली है। यहां पिकनिक और फोटोग्राफी का भी आनंद लिया जा सकता है।

कुटुमसर गुफा – कुटुमसर गुफाएं देश की सबसे पुरानी और रहस्यमय गुफाओं में से एक हैं। इन गुफाओं में अद्भुत चूना पत्थर की संरचनाएं हैं, जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती हैं। ध्यान दें कि ये गुफाएं मानसून के समय बंद रहती हैं, परंतु दिसंबर में ये खुली होती हैं।

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान – यह राष्ट्रीय उद्यान विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों, जीवों और पक्षियों का निवास स्थान है। ट्रैकिंग और जंगल सफारी के शौकीन यहां आकर कांगेर नदी और वन्य जीवन का अनुभव कर सकते हैं।

नारायणपाल मंदिर – यह प्राचीन मंदिर महानदी के किनारे स्थित है और यहां का वास्तुशिल्प अद्भुत है। यह बस्तर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को दर्शाता है।
बस्तर दशहरा – हालांकि दशहरे का त्यौहार अक्टूबर में मनाया जाता है, पर इसके सांस्कृतिक पहलू और आदिवासी परंपराएं आपको दिसंबर में भी यहां देखने को मिल सकती हैं। स्थानीय हस्तशिल्प, नृत्य, और संगीत का आनंद उठाना यहां की खासियत है।

बस्तर का मौसम
दिसंबर में बस्तर का मौसम ठंडा और सुखद रहता है, जिससे यह सैर-सपाटे के लिए उपयुक्त समय बनाता है। यहां दिन में तापमान 15 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जबकि रात में यह 10 डिग्री तक गिर सकता है। हल्के गर्म कपड़े साथ रखें ताकि आप मौसम का आनंद आराम से ले सकें।
दिल्ली और मुंबई से बस्तर की दूरी और कैसे पहुंचें
दिल्ली से बस्तर की दूरी – दिल्ली से बस्तर की दूरी लगभग 1400 किलोमीटर है। हवाई यात्रा से पहुंचना सबसे आसान तरीका है। आप दिल्ली से रायपुर के लिए फ्लाइट ले सकते हैं, जो बस्तर से 300 किलोमीटर दूर है। रायपुर से आप किराए की कार या लोकल ट्रांसपोर्ट का उपयोग कर बस्तर पहुंच सकते हैं।
मुंबई से बस्तर की दूरी – मुंबई से बस्तर की दूरी लगभग 1100 किलोमीटर है। मुंबई से भी आप रायपुर के लिए फ्लाइट ले सकते हैं और वहां से सड़क मार्ग से बस्तर पहुंच सकते हैं।
सड़क और रेल मार्ग – सड़क मार्ग से जाने के लिए दिल्ली और मुंबई दोनों से रायपुर या जगदलपुर तक बस और टैक्सी उपलब्ध हैं। रेलमार्ग से रायपुर रेलवे स्टेशन प्रमुख स्टेशन है, जहां से आगे बस या टैक्सी द्वारा बस्तर पहुंच सकते हैं।

बस्तर यात्रा के कुछ खास टिप्स
बस्तर का अधिकांश क्षेत्र प्राकृतिक और आदिवासी संरक्षित क्षेत्र है, इसलिए स्थानीय संस्कृति और नियमों का सम्मान करें।
जंगल सफारी या ट्रैकिंग करते समय स्थानीय गाइड की सहायता लें और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
स्थानीय हस्तशिल्प जैसे बस्तर कला, ढोकरा शिल्प और बेल मेटल की मूर्तियों को खरीदना एक यादगार अनुभव हो सकता है।
दिसंबर में बस्तर की यह यात्रा आपको प्रकृति, इतिहास और संस्कृति के नए रंगों से परिचित कराएगी।