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PM Kisan Yojana: जल्द खत्म होगा इंतजार, इस महीने अकाउंट में आएगी 19वीं किस्त

देश के करोड़ों किसान लंबे समय से पीएम सम्मीन निधि योजना की 19वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि यह इंतजार अब खत्म होने वाला है। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको जल्द से जल्द यह काम निपटाना होगा।

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किसानों को आर्थिक लाभ देने के लिए भारत सरकार ने साल 2018 में पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) शुरू की थी। इस योजना में सरकार किसानों के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट पैसे जमा करती है। इसका मतलब है कि योजना में किसी बिचौलिये की भूमिका नहीं रहती है। वर्तमान में इस योजना का लाभ करोड़ों किसानों को मिल रहा है। 

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पीएम किसान योजना के बारे में 

केंद्र सरकार ने किसानों को आर्थिक तौर पर सहायता देने के लिए यह स्कीम शुरू की थी। इस स्कीम में सालाना 6,000 रुपये की राशि दी जाती है। यह राशि किसानों के अकाउंट में किस्तों में जमा होती है। हर किस्त में किसानों के अकाउंट में 2,000 रुपये की राशि जमा होती है। इस कैलकुलेशन के हिसाब से एक साल में किसानों को तीन किस्त मिलता है।

चालू वित्त वर्ष में किसानों को दो किस्त मिल गई है। अक्टूबर में किसानों के अकाउंट में 18वीं किस्त (PM Kisan Yojana 18th Installment) आई थी। अब करोड़ों किसान 19वीं किस्त (PM Kisan Yojana 19th Installment) का इंतजार कर रहे हैं। 

कब आएगी 19वीं किस्त की राशि

साल में पीएम किसान योजना की तीन किस्त जारी होती है। सरकार ने इस साल दो किस्त जारी कर दी है। हर किस्त चार महीने के बाद जारी होती है। ऐसे में उम्मीद है कि किसानों को 19वीं किस्त का लाभ फरवरी में मिलेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीएम किसान योजना की 19वीं किस्त 28 फरवरी को जारी होगी, क्योंकि पिछले साल इसी तारीख को किस्त जारी हुई थी। अभी तक इसको लेकर कोई अधिकारिक सूचना नहीं आई है। ऐसे में किस्त जारी होने की सटीक तारीख बता पाना मुश्किल है। 

जल्द से जल्द करें ये काम

पीएम किसान योजना का लाभ केवल उन किसानों को मिलेगा जिन्हों ई-केवाईसी और जमीन का सत्यापन किया है। जिन किसानों ने यह काम नहीं किया है उन्हें किस्त की राशि से वंचित रहना पड़ेगा। किसान पीएन किसान योजने के ऑफिशियल पोर्टल पर जाकर आसानी से ई-केवाईसी करवा सकते हैं। जमीन का सत्यापन करवाने के लिए उन्हें अपने जमीन के डॉक्यूमेंट्स को अपलोड करना होगा। इसके बाद अधिकारी द्वारा फिजिकल वेरिफिकेशन किया जाएगा।