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Kolkata Rape-Murder Case को लेकर छात्र संगठनों की नबन्ना रैली, CM Mamta के इस्तीफे की मांग, पुलिस के 6 हजार जवान तैनात, धारा 163 लागू

एडीजी (कानून और व्यवस्था) मनोज वर्मा का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान उपद्रवी अराजकता भड़काने की कोशिश करेंगे, ऐसी खुफिया जानकारी मिली है। इसलिए राज्य सरकार ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 (CrPC की धारा 144) के तहत नबन्ना (राज्य सचिवालय) के पास निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके जिसके तहत पांच या उससे ज्यादा लोग यहां इकट्‌ठा नहीं हो सकते।

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ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के विरोध में प्रदर्शन
ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर के विरोध में प्रदर्शन

Kolkata में RG Kar Medical College Hospital में 8-9 अगस्त की ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर हुआ था। आरोपियों की गिरफ्तारी और CM ममता के इस्तीफे की मांग को लेकर छात्र संगठन पश्चिम बंग छात्र समाज और संग्रामी जौथा मंच मंगलवार को रैली निकाल रहे हैं। ये संगठन बंगाल सरकार के सचिवालय नबन्ना जाएंगे। इसे नबन्ना अभियान रैली का नाम दिया है। हालांकि पुलिस ने संभावित हिंसा और अव्यवस्था का हवाला देते हुए रैली को अवैध और अनधिकृत बताया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 6 हजार की फोर्स, वॉटर कैनन और बैरिकेडिंग कर दी है।पश्चिम बंग छात्र समाज नॉन रजिस्टर्ड स्टूडेंट ग्रुप है। जबकि संग्रामी जौथा मंच बंगाल के सरकारी कर्मचारियों का संगठन है, जो महंगाई भत्ते (डीए) को केंद्रीय कर्मचारियों के बराबर करने की मांग कर रहे हैं। 

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गवर्नर बोले- राज्य सरकार शक्तियों का गलत इस्तेमाल न होने दें

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा- 'मैं सरकार से सुप्रीम कोर्ट के कड़े फैसले को याद रखने का आग्रह करूंगा। शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर पश्चिम बंगाल सरकार राज्य की शक्ति का गलत इस्तेमाल न होने दें। लोकतंत्र में मौन बहुमत हो सकता है, खामोश बहुमत नहीं। इसे याद रखें।' बोस नेa राज्य सरकार से रैली को रोकने के लिए बल प्रयोग से परहेज करने का आग्रह किया है। 

नबन्ना पर धारा 163 लागू 

एडीजी (कानून और व्यवस्था) मनोज वर्मा का कहना है कि प्रदर्शन के दौरान उपद्रवी अराजकता भड़काने की कोशिश करेंगे, ऐसी खुफिया जानकारी मिली है। इसलिए राज्य सरकार ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 (CrPC की धारा 144) के तहत नबन्ना (राज्य सचिवालय) के पास निषेधाज्ञा लागू कर दी है। इसके जिसके तहत पांच या उससे ज्यादा लोग यहां इकट्‌ठा नहीं हो सकते। कोलकाता के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुप्रतिम सरकार ने कहा कि हमने रैली के लिए आवेदन खारिज कर दिया क्योंकि उन्होंने औपचारिक अनुमति नहीं ली थी। संगठनों ने अधूरी जानकारी दी थी। पुलिस ने 19 जगहों पर बैरिकेडिंग की है। कई जगह करीब 26 DCP पद के अधिकारी तैनात किए हैं। 

TMC का आरोप- छात्रों को भड़काने की साजिश BJP ने की

तृणमूल कांग्रेस ने रैली को माहौल बिगाड़ने की साजिश बताया है। TMC ने कुछ वीडियो जारी किए हैं, जिनमें पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटल के भाजपा नेताओं को हिंसा भड़काने की योजना बनाते हुए दिखाया गया है। वीडियो में दिखाए गए लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है।