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Madhya Pradesh के Dhar जिले के रहने वाले Jaivardhan Virendra Singh Patel जैविक खेती के माध्यम से कमा रहे हैं महीने के लाखों रुपए

जयवर्धन जानकारी देते हुए बताया कि किसानों के साथ हीं साथ विभिन्न घर की कई महिलाएं भी जैविक खेती के बारे में जानकारी ले रही है। खेती करने के साथ ही साथ खेती करने वाली जमीन, मिट्टी के बारे में भी लोगों को जानकारी दे रहे हैं और खाद को किस तरीके से जैविक तरीके से बनाया जाए इसके बारे में भी लोगों को जानकारी दे रहे हैं।

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मध्य प्रदेश के धार जिले के रहने वाले जयवर्धन वीरेंद्र सिंह पटेल जैविक खेती के माध्यम से कमा रहे हैं महीने के लाखों रुपए
मध्य प्रदेश के धार जिले के रहने वाले जयवर्धन वीरेंद्र सिंह पटेल जैविक खेती के माध्यम से कमा रहे हैं महीने के लाखों रुपए

यूं तो भारत को हमेशा से एक कृषि प्रधान देश कहा जाता है। पर धीरे-धीरे बढ़ते इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में खेती करने का भी तरीका बदल चुका है। जैविक खेती के बदले अब अधिकतर फसलों में केमिकल का इस्तेमाल कर खेती किया जा रहा है। देश के कुछ ऐसे हिस्से भी है जहां पर अभी भी लोग जैविक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। इस कहानी में आज हम आपको ऐसे किरदार के बारे में बताएंगे जो महज 22 साल के युवा है।

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मध्य प्रदेश के धार जिले के रहने वाले जयवर्धन वीरेंद्र सिंह पटेल

मध्य प्रदेश के धार जिले के रहने वाले जयवर्धन वीरेंद्र सिंह पटेल की उम्र महज 22 साल है। जयवर्धन ने काफी कम समय में समाज को एक नया उदाहरण पेश कर दिखाया है। इस भागती दौड़ती जिंदगी के बीच लोग अब अपनी सेहत का अच्छे से ध्यान नहीं रख पा रहे हैं। बिजनेस टुडे बाजार से खास बातचीत करते हुए जयवर्धन ने बताया है की जैविक खेती करने से पहले वह होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे थे, पर जयवर्धन का पूरा परिवार खेती करता था। कोरोना काल के समय परिवार में आर्थिक समस्या के कारण उन्हें होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई छोड़ वह अपने माता-पिता को खेत में हाथ बटाने लगे।

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2021 में जैविक खेती के साथ केंचुआ पालन

2021 में उन्होंने जैविक खेती के साथ केंचुआ पालन का भी काम शुरू किया। जयवर्धन ने आगे बातचीत करते हुए बताया कि कृषि विभाग एवं सरकार की ओर से उन्हें भरपूर सहयोग भी मिल रहा है। इस जैविक खेती के कारण जयवर्धन अब साल के तकरीबन 25 लाख रुपए से अधिक का रोजगार कर रहे है, इसके साथ ही साथ किसानों को प्रशिक्षण, लोगों को जैविक खेती के बारे में जागरूक करने के साथ और भी कई कार्य कर रहे हैं। जयवर्धन बताते हैं कि उनके द्वारा उगाए गए फल-फूल बिना किसी केमिकल और मिलावटी के होते हैं। जिससे लोगों के सेहत पर काफी अच्छा असर होने के साथ लोगों को एक पौष्टिक और शुद्ध आहार भी मिलता है।

जैविक खेती के बारे में जागरूक करने के साथ और भी कई कार्य कर रहे हैं
जैविक खेती के बारे में जागरूक करने के साथ और भी कई कार्य कर रहे हैं

जैविक खेती के बारे में जानकारी

जयवर्धन अपने साथ हीं साथ आसपास के तकरीबन 5 जिलों के किसानों को भी इस जैविक खेती के बारे में जानकारी दे रहे हैं। जयवर्धन ने आगे यह भी जानकारी देते हुए बताया कि किसानों के साथ हीं साथ विभिन्न घर की कई महिलाएं भी जैविक खेती के बारे में जानकारी ले रही है। खेती करने के साथ ही साथ खेती करने वाली जमीन, मिट्टी के बारे में भी लोगों को जानकारी दे रहे हैं और खाद को किस तरीके से जैविक तरीके से बनाया जाए इसके बारे में भी लोगों को जानकारी दे रहे हैं।

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