भारत का सबसे महंगा और पहला एक्सप्रेसवे: Mumbai-Pune एक्सप्रेसवे
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर कार के लिए एक तरफ का टोल शुल्क 336 रुपये है। यह देश के अन्य एक्सप्रेसवेज़ की तुलना में काफी अधिक है।

मुंबई और पुणे के बीच चलने वाला यह एक्सप्रेसवे भारत का सबसे पहला और सबसे महंगा राष्ट्रीय राजमार्ग है। यह एक्सप्रेसवे 1972 में बना था और तब से लगातार टोल शुल्क में वृद्धि होती रही है।
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टोल शुल्क की कीमत
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर कार के लिए एक तरफ का टोल शुल्क 336 रुपये है। यह देश के अन्य एक्सप्रेसवेज़ की तुलना में काफी अधिक है।
एक्सप्रेसवे के प्रति किलोमीटर टोल शुल्क भी काफी अधिक है। यह औसत टोल शुल्क से 1 रुपये प्रति किलोमीटर अधिक है।
एक्सप्रेसवे का निर्माण और इतिहास
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे का निर्माण 1972 में शुरू हुआ था और 1999 में पूरा हुआ। इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 22 साल का समय लगा।
यह एक्सप्रेसवे महाराष्ट्र के दो प्रमुख शहरों मुंबई और पुणे को जोड़ता है। यह देश का पहला राष्ट्रीय राजमार्ग है जिसे एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया गया था।
क्यों है यह सबसे महंगा?
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे को बनाने में काफी अधिक समय और लागत आई थी। इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे का रखरखाव और संचालन भी काफी महंगा है। इन कारणों से टोल शुल्क को लगातार बढ़ाया जा रहा है।
इस एक्सप्रेसवे पर लगने वाला टोल शुल्क देश के अन्य एक्सप्रेसवेज़ की तुलना में काफी अधिक है। यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे महंगा है और यहां का टोल शुल्क भी सबसे अधिक है।
मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे भारत का सबसे पहला और सबसे महंगा राष्ट्रीय राजमार्ग है। इस एक्सप्रेसवे पर लगने वाला टोल शुल्क देश के अन्य एक्सप्रेसवेज़ की तुलना में काफी अधिक है। यह एक्सप्रेसवे बनाने में काफी अधिक समय और लागत आई थी, जिसके कारण टोल शुल्क को लगातार बढ़ाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वालों को इस महंगे टोल शुल्क का भुगतान करना पड़ता है