जन औषधि केंद्र कैसे खोलें और कमाई कितनी होती है?
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना (PMBJP) के तहत, जन औषधि केंद्र खोलने का मुख्य उद्देश्य आम जनता को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराना है। यदि आप जन औषधि केंद्र खोलना चाहते हैं, तो आपको सिर्फ ये काम करने होंगे। जन औषधि केंद्र में काफी कमाई भी है।

प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि योजना (PMBJP) के तहत, जन औषधि केंद्र खोलने का मुख्य उद्देश्य आम जनता को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराना है। यदि आप जन औषधि केंद्र खोलना चाहते हैं, तो आपको सिर्फ ये काम करने होंगे। जन औषधि केंद्र में काफी कमाई भी है।
1. पात्रता और योग्यता:
आयु सीमा: आवेदक की आयु कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए।
शैक्षणिक योग्यता: औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदक के पास फार्मेसी में डिग्री या डिप्लोमा होना चाहिए (B.Pharma या D.Pharma)।
स्थान: आवेदक के पास उचित स्थान होना चाहिए जहां दुकान चलाई जा सके। स्थान के आकार और स्थिति के बारे में योजना की शर्तों का पालन करना होता है।
2. आवेदन प्रक्रिया:
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आपको जन औषधि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, शैक्षिक प्रमाणपत्र, स्थान का प्रमाण, और ड्रग लाइसेंस आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा।
एक बार आवेदन की स्वीकृति के बाद, आपको ड्रग लाइसेंस प्राप्त करने और दुकान का सेटअप करने के लिए अनुमति मिल जाएगी।
3. लाइसेंस और परमिट:
आपको जन औषधि केंद्र चलाने के लिए ड्रग लाइसेंस की आवश्यकता होगी। इसके लिए राज्य ड्रग कंट्रोलर से संपर्क करना होता है।
इसके अलावा, जीएसटी पंजीकरण और स्थानीय प्राधिकरणों से अनुमति प्राप्त करना भी आवश्यक हो सकता है।
4. दवाइयों की आपूर्ति:
दवाइयों की आपूर्ति भारत सरकार द्वारा अधिकृत सप्लायर्स से की जाती है। इन दवाओं का उद्देश्य सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाओं को आम जनता तक पहुँचाना है।
5. लागत और निवेश:
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए सामान्यत: ₹2-5 लाख तक का निवेश आवश्यक हो सकता है, जिसमें ड्रग लाइसेंस, दुकान सेटअप, और शुरुआती स्टॉक शामिल होते हैं।
सरकार द्वारा सब्सिडी और स्टार्टअप के लिए कुछ आर्थिक मदद भी दी जा सकती है, जैसे:
वर्किंग कैपिटल: सरकार द्वारा 2 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जा सकती है, जो धीरे-धीरे दवाओं की बिक्री के बाद चुकाई जाती है।
6. कमाई और लाभ:
लाभ मार्जिन: जन औषधि केंद्र पर औसत लाभ मार्जिन लगभग 20-25% होता है। कुछ विशेष उत्पादों पर यह लाभ बढ़कर 30-35% तक भी हो सकता है।
वार्षिक इनकम: आपकी मासिक या वार्षिक इनकम पूरी तरह इस बात पर निर्भर करेगी कि आप कितना व्यापार करते हैं। औसतन, छोटे शहरों में मासिक कमाई ₹30,000 से ₹1,00,000 तक हो सकती है, जबकि बड़े शहरों में यह ₹1,00,000 से अधिक हो सकती है।
इन्सेंटिव: यदि आप एक विशेष बिक्री सीमा तक पहुँचते हैं, तो सरकार आपको अतिरिक्त इन्सेंटिव भी देती है, जिससे आपकी कमाई बढ़ सकती है।
7. सफलता के टिप्स:
सही लोकेशन का चुनाव करें जहाँ दवाओं की मांग अधिक हो।
ग्राहकों के साथ अच्छी सेवा और विश्वास बनाएं, ताकि वे आपके केंद्र से बार-बार दवाएं खरीदें।
नए दवाओं के बारे में जानकारी रखें और समय-समय पर स्टॉक अपडेट करें।
इस प्रकार, जन औषधि केंद्र खोलने से न केवल आप एक अच्छा व्यवसाय कर सकते हैं, बल्कि समाज के लिए भी योगदान दे सकते हैं।