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22 की उम्र में से हैं राजनीति में, अब बनेंगे इस राज्य के मुख्यमंत्री

"मेरा पानी उतरा देखकर मेरे किनारे घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं लौटकर वापस जरूर आऊंगा..." देवेंद्र फडणवीस ने यह शब्द 2019 में चुनावी हार के बाद कहे थे, और उन्होंने इस बात को साबित भी कर दिया। महाराष्ट्र की राजनीति में एक लंबी उठापटक के बाद, उन्होंने तीसरी बार राज्य की कमान संभाली।

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"मेरा पानी उतरा देखकर मेरे किनारे घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं लौटकर वापस जरूर आऊंगा..."

देवेंद्र फडणवीस ने यह शब्द 2019 में चुनावी हार के बाद कहे थे, और उन्होंने इस बात को साबित भी कर दिया। महाराष्ट्र की राजनीति में एक लंबी उठापटक के बाद, उन्होंने तीसरी बार राज्य की कमान संभाली। बीजेपी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर सहमति बनी, और उन्होंने मुख्यमंत्री पद पर वापसी कर ली।

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देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र की राजनीति में बीजेपी के सबसे मजबूत चेहरों में से एक हैं। 2014 में पहली बार मुख्यमंत्री बने, और 1972 के बाद वसंतराव नाईक के बाद ऐसे पहले मुख्यमंत्री बने जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। इसके अलावा, वह राज्य के पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने जिन्होंने सत्ता में वापसी की।

कौन हैं देवेंद्र फडणवीस?

देवेंद्र गंगाधरराव फडणवीस का जन्म 22 जुलाई 1970 को गंगाधरराव और सरिता फडणवीस के घर नागपुर में हुआ। उन्होंने कानून में स्नातक किया और जर्मनी के डाहलम स्कूल ऑफ एजुकेशन से बिजनेस मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा हासिल किया। 2006 में उनकी शादी अमृता फडणवीस से हुई और दोनों की एक बेटी है।

देवेंद्र फडणवीस ने 22 साल की उम्र में नागपुर नगर निगम का चुनाव जीतकर सबसे युवा पार्षद का खिताब हासिल किया। 1997 में वह भारत के दूसरे सबसे युवा मेयर बने।

आरएसएस से शुरू हुई राजनीतिक यात्रा

फडणवीस की राजनीतिक यात्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से शुरू हुई। 1990 के दशक में वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े और 1992 में नगर निगम का चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा।

1999 से 2004 तक लगातार तीन बार महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य रहे। 2001 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2010 में बीजेपी की महाराष्ट्र इकाई के महासचिव और 2013 में अध्यक्ष बने।

मुख्यमंत्री के रूप में सफर

2014 में फडणवीस पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। 44 की उम्र में वह राज्य के दूसरे सबसे युवा मुख्यमंत्री बने। 2019 में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाने के बाद, उन्होंने फिर सत्ता में वापसी की। एनसीपी नेता अजित पवार के साथ गठबंधन टूटने के बाद इस्तीफा दिया, लेकिन एकनाथ शिंदे के साथ सरकार बनाकर फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

आज के दौर में अहम धुरी

देवेंद्र फडणवीस न केवल बीजेपी के सबसे मजबूत नेताओं में से एक हैं, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति की अहम धुरी भी बन चुके हैं। उन्होंने अपने नेतृत्व में राज्य में बीजेपी का कद बढ़ाया है और कई राजनीतिक संकटों का सामना करते हुए अपनी पकड़ मजबूत की है।

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देवेंद्र फडणवीस ने साबित कर दिया है कि वह महाराष्ट्र की राजनीति के "समंदर" हैं, जो हर बार नई लहर के साथ लौटते हैं।