दिल्ली से गुरूग्राम जाने वालों के लिए बड़ी खबर, NH-48 पर होगा ये काम?
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एक एडवाइजरी के मुताबिक, द्वारका लिंक रोड से लेकर महिपालपुर पेट्रोल पंप तक के क्षेत्र में मिट्टी के ढहने की गंभीर आशंका है। इसे ध्यान में रखते हुए NHAI ने इस सेवा मार्ग पर मरम्मत का काम शुरू किया है। यातायात की सुरक्षा के मद्देनजर इस मार्ग को दो महीने तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

दिल्ली और गुरुग्राम के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं, क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-48) की सर्विस रोड को दो महीने के लिए बंद कर दिया गया है। एनएसजी ऑफिस से महिपालपुर पेट्रोल पंप तक के हिस्से में यह बंदी की गई है। इस क्षेत्र में मिट्टी के ढहने की आशंका को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने सड़क की मरम्मत का काम तुरंत शुरू करने का फैसला किया है ताकि किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।
मिट्टी के ढहने का खतरा, मरम्मत शुरू
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एक एडवाइजरी के मुताबिक, द्वारका लिंक रोड से लेकर महिपालपुर पेट्रोल पंप तक के क्षेत्र में मिट्टी के ढहने की गंभीर आशंका है। इसे ध्यान में रखते हुए NHAI ने इस सेवा मार्ग पर मरम्मत का काम शुरू किया है। यातायात की सुरक्षा के मद्देनजर इस मार्ग को दो महीने तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
यात्री वैकल्पिक मार्गों का करें उपयोग
सर्विस रोड बंद होने से गुरुग्राम से दिल्ली आने वाले हजारों यात्रियों को भारी परेशानी हो सकती है। खासकर महिपालपुर, वसंत कुंज, आईजीआई एयरपोर्ट और धौला कुआं जैसे प्रमुख इलाकों में आने-जाने वालों पर इसका सीधा असर पड़ेगा। ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों को सुझाव दिया है कि वे मेहरौली-गुरुग्राम रोड और द्वारका के विभिन्न क्रॉसिंग्स जैसे वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करें ताकि ट्रैफिक को सुचारू रखा जा सके।
मेट्रो से सफर बनेगा आसान
जो यात्री सड़क पर ट्रैफिक से बचना चाहते हैं, उनके लिए दिल्ली मेट्रो एक बेहतर विकल्प हो सकता है। द्वारका सेक्टर-21 स्टेशन से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का उपयोग करके यात्री अपनी यात्रा को आसान बना सकते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि वे मेट्रो सेवाओं और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें और इस दौरान सहयोग करें।
NHAI द्वारा किए जा रहे मरम्मत कार्य की समय सीमा दो महीने तय की गई है, लेकिन काम की प्रगति और परिस्थितियों के अनुसार यह अवधि बढ़ाई भी जा सकती है।