
HDFC-HDFC Bank मर्जर के बाद सेंसेक्स-निफ्टी में किसकी होगी एंट्री, कौन होगा मार्केट किंग?
HDFC और HDFC बैंक का मर्जर 1 जुलाई को इफेक्टिव नज़र आएगा। इसके बाद HDFC बैंक दुनिया के मोस्ट वैल्यूएबल बैंकों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा। मर्जर इफेक्टिव होने के बाद HDFC बैंक का मार्केट कैप लगभग 14.09 लाख करोड़ हो जाएगा। इसके साथ ही बैंक के पास लगभग 12 करोड़ कस्टमर हो जाएंगे। बैंक अपने ब्रांच नेटवर्क को 8,300 से अधिक बढ़ाएगा और बैंक में कर्मचारियों की संख्या 177,000 से अधिक हो जाएगी।

बाजार में इस वक्त HDFC-HDFC Bank मर्जर को लेकर बाजार का माहौल गर्म नजर आ रहा है । आमतौर पर हर 6 महीने में इंडेक्स में स्टॉक रिबैलेंसिंग किये जाते हैं। अगला रिव्यू सितंबर में होना है। जुलाई आखिर तक इसकी कट ऑफ डेट दी गई है। संभावित तौर पर 12 जुलाई को आखिरी बार HDFC के शेयर को ट्रेड किया जाएगा। 13 जुलाई इसकी रिकॉर्ड डेट हो सकती है। मर्जर के बाद जब HDFC बैंक की ट्रेडिंग शुरू होगी, तो उसके एक दिन पहले इंडेक्स प्रोवाइडर्स को HDFC Ltd के बदले एक एडहॉक स्टॉक जोड़ना पड़ेगा। ये तारीख 17 जुलाई हो सकती है। एक्सचेंज 17 जुलाई के तीन दिन पहले रिप्लेसमेंट की घोषणा करेगा। इसमें वो इंडेक्स भी शामिल हैं जिनमें फ्यूचर और ऑप्शंस की ट्रेडिंग होती है। HDFC और HDFC बैंक इंस्टिट्यूशनल स्टॉक्स हैं, मतलब भारत और वैश्विक आधार पर ये बेंचमार्क इंडेक्स का हिस्सा हैं। भारत में HDFC की ट्रेडिंग खत्म होने का असर कई इंडेक्स पर पड़ेगा जैसे, निफ्टी 50, निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स, निफ्टी 100, S&P BSE SENSEX इंडेक्स, निफ्टी बैंक इंडेक्स, इत्यादि। ग्लोबल इंडेक्स रिबैलेंसिंग पर नजर रखने वाले एनालिस्ट के मुताबिक, LTI माइंडट्री लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड और श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस लिमिटेड, औसत फ्री फ्लोट मार्केट कैप के लिहाज से चार टॉप कंपनियां हैं। ये निफ्टी नेक्स्ट 50 का हिस्सा हैं, तो फ्री फ्लोट मार्केट कैप और निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स का हिस्सा होना ही वो दो चीजें हैं, जो निफ्टी 50 के नए रिप्लेसमेंट को तय करेंगी।
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HDFC प्रबंधन ने जब अनुमानित मर्जर डेट का ऐलान किया, तो LTI माइंडट्री के शेयर्स में उछाल आया था। अगर LTI माइंडट्री, निफ्टी 50 में शामिल हो जाती है, तो निफ्टी नेक्स्ट 50 में एक जगह बन जाएगी। इस इंडेक्स के लिए तब जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड और TVS मोटर लिमिटेड सबसे बड़े दावेदार होंगे। सेंसेक्स में HDFC की जगह JSW स्टील लिमिटेड, ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और ONGC लिमिटेड प्रत्याशी हैं। लेकिन यहां परिस्थितियां JSW स्टील लिमिटेड के पक्ष में हैं। ग्लोबल इंडेक्स रिबैलेंसिंग पर नजर रखने वाले एनालिस्ट के मुताबिक, इस मर्जर के बाद निफ्टी बैंक इंडेक्स में HDFC बैंक की हिस्सेदारी बढ़कर 46% हो जाएगी। एक्सचेंज को इस स्थिति में बैंक की हिस्सेदारी को 33% पर सीमित करना होगा, क्योंकि अधिकतम इतनी ही हिस्सेदारी किसी कंपनी के लिए मान्य है। इससे ये भी तय हो पाएगा कि इंडेक्स में शामिल टॉप तीन स्टॉक्स की हिस्सेदारी 62% की सीमा को पार ना कर पाए। एक्सचेंज को इस दौरान ICICI बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और एक्सिस बैंक लिमिटेड की हिस्सेदारी पर भी कैप लगाना होगा।
