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इस Festive Season में गाड़ियों की सेल्स का क्यों बनने जा रहा है नया रिकॉर्ड?

सितंबर में कारों की बिक्री ऑलटाइम हाई बिक्री के मामले में टॉप-3 में शामिल हो सकती है। जुलाई-अगस्त में बिक्री घटने के बाद कार मेकर्स की तरफ से दिए गए डिस्काउंट्स ने इसे बढ़ाने का काम किया है। अनुमान है कि फेस्टिव सीजन में ये बिक्री नए रिकॉर्ड भी कायम कर सकती है।

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सितंबर में कारों की बिक्री ऑलटाइम हाई बिक्री के मामले में टॉप-3 में शामिल हो सकती है। जुलाई-अगस्त में बिक्री घटने के बाद कार मेकर्स की तरफ से दिए गए डिस्काउंट्स ने इसे बढ़ाने का काम किया है। अनुमान है कि फेस्टिव सीजन में ये बिक्री नए रिकॉर्ड भी कायम कर सकती है।

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इस साल कारों की बिक्री में आई सुस्ती

इस साल कारों की बिक्री में आई सुस्ती के बाद कार कंपनियों ने हमेशा की तरह बिक्री बढ़ाने के लिए आजमाया हुआ भारी भरकम डिस्काउंट्स और ऑफर्स का दांव चला। सितंबर की बिक्री के आंकड़ों का तो 1 अक्तूबर को एलान किया जाएगा लेकिन शुरुआती रुझानों से अंदाजा लग रहा है कि इस महीने ने फेस्टिव सीजन के लिए शानदार बेस बना दिया है। दरअसल, अनुमान है कि इस साल सितंबर में कारों की बिक्री अब तक के किसी भी सितंबर के मुकाबले ज्यादा रह सकती है। अगर ऐसा हुआ तो लगातार 2 महीनों तक गिरावट का सामना करने वाली पैसेंजर व्हीकल इंडस्ट्री फिर से पॉजिटिव जोन में आ सकती है। 

सितंबर में कारों की बिक्री 3 लाख 70 हजार यूनिट्स रह सकती है। अगर ऐसा हुआ तो फिर अक्तूबर 2023 और जनवरी 2024 के बाद ये सबसे ज्यादा PV बिक्री वाला महीना बन जाएगा। 

कारों की संख्या बढ़ाने में बड़ा योगदान

हालांकि सितंबर में कंपनियों की तरफ से डीलर्स को भेजी जाने वाली कारों की संख्या बढ़ाने में बड़ा योगदान त्योहारी डिमांड का रहा है। अगले महीने नवरात्र से दीवाली और धनतेरस तक वाहनों की डिमांड तेज होने की संभावना है। ऐसे में कारों की वेटिंग के चलते ग्राहकों के दूर होने का जोखिम मौजूदा माहौल में कार कंपनियां नहीं उठा सकती हैं। इसलिए कंपनियों ने डीलरशिप्स पर कारों की डिमांड के मुताबिक सप्लाई करने का इंतजाम किया है। इसके अलावा सितंबर में ओणम ने केरल और गणेश चतुर्थी ने महाराष्ट्र में कारों की बिक्री बढ़ाने में महत्वपूर्ण रोल निभाया है। हालांकि अभी ये कहना मुश्किल है कि कंपनियों की बिक्री में बढ़ोतरी जैसा असर रिटेल बिक्री में भी नजर आएगा या नहीं। 

आंकड़ो के मुताबिक कार डीलर्स के पास करीब 75 दिनों की इनवेंट्री है जो साल की शुरुआत में 55 दिन थी। कंज्यूमर सेंटीमेंट्स के बेहतर होने से त्योहारों में इस स्टॉक में कमी का अनुमान है

महिंद्रा एंड महिंद्रा और टोयोटा

कारों की कुल बिक्री में सितंबर-अक्तूबर और नवंबर की हिस्सेदारी बीते 2 साल में 26-27 परसेंट रही है। अगर कंपनियों के हिसाब से बात करें तो महिंद्रा एंड महिंद्रा और टोयोटा ने सितंबर में कारों की बिक्री बढ़ाने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण योगदान निभाया है। 

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अनुमान है कि सितंबर में 47 हजार से 48 हजार गाड़ियों की बिक्री करके महिंद्रा एंड महिंद्रा टॉप-3 में शामिल हो सकती है। इसके पहले अक्तूबर 2023 में कंपनी ने 43 हजार 708 यूनिट्स का रिकॉर्ड बनाया था। टोयोटा की सेल्स 28 हजार से 29 हजार की रेंज में रहने का अनुमान है। इस तरह टॉप-5 कार मेकर्स की सितंबर में कुल बिक्री 3.2 लाख से 3.3 लाख यूनिट्स रहने का अनुमान है। 

लेकिन सितंबर की तेजी के बावजूद कार बाजार के सामने बड़ी चुनौती मौजूद है क्योंकि पिछले साल के मुकाबले कारों की बिक्री की ग्रोथ इस साल घटकर आधी रह गई है।