डिफेंस सेक्टर की ड्रोन बनाने वाली इस कंपनी के शेयर को खरीदने की मची होड़ - आज 7% चढ़ा भाव, टारगेट नोट कर लें
स्टॉक आज 7% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ है। ड्रोन बनाने वाली इस कंपनी के आज 1,30,593 इक्विटी शेयरों में ट्रेड हुआ है।

Defence Stock in Focus: डिफेंस सेक्टर की स्मॉल कैप कंपनी Ideaforge Technology Ltd के शेयर में आज ताबड़तोड़ खरीदारी देखने को मिली है। स्टॉक आज 7% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ है। ड्रोन बनाने वाली इस कंपनी के आज 1,30,593 इक्विटी शेयरों में ट्रेड हुआ है।
सेबी रजिस्टर्ड एनालिस्ट विपिन डिक्सोना ने इस शेयर पर निवेशकों को अपनी राय देते हुए इसका टारगेट प्राइस बताया है। चलिए डिटेल में जानते हैं।
Ideaforge Technology पर एक्सपर्ट की राय
सेबी रजिस्टर्ड एनालिस्ट विपिन डिक्सोना ने कहा कि आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी व्यापक समय-सीमा में कमजोर चार्ट स्ट्रक्टर दिखा रहा है हालांकि फरवरी 2025 से, स्टॉक साइडवेज कंसॉलिडेशन के फेज में जा चुका है, जिसके साथ वॉल्यूम में काफी ग्रोथ हुई है।
शेयर को फिलहाल ₹400 के करीब बड़े रजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक इस लेवल से ऊपर ब्रेकआउट होने पर शेयर प्रमुख मूविंग एवरेज से ऊपर आ जाएगा और शेयर का रुझान बदल जाएगा।
Ideaforge Technology Share Price Target
एक्सपर्ट ने कहा कि ब्रेकआउट की स्थिति में, स्टॉक संभावित रूप से शॉर्ट टर्म में ₹460-₹480 की ओर बढ़ सकता है। नीचे की ओर, स्टॉक को ₹360 के पास इमीडिएट सपोर्ट प्राप्त है।
Ideaforge Technology Share Price
कंपनी का शेयर आज बीएसई पर 7.57% या 27.15 रुपये की तेजी के साथ 386 रुपये पर बंद हुआ तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 6.61% या 23.65 रुपये चढ़कर 381.70 रुपये पर बंद हुआ।
Ideaforge Technology Share Price History
BSE Analytics के मुताबिक कंपनी का शेयर पिछले 1 हफ्ते में 2 प्रतिशत से अधिक और पिछले 1 महीने में 16 प्रतिशत से अधिक चढ़ा है। वहीं पिछले 3 महीने में स्टॉक 13 प्रतिशत से अधिक और पिछले 6 महीने में 37 प्रतिशत से अधिक टूटा है।
YTD आधार पर देखें तो साल 2025 में स्टॉक अब तक 38 प्रतिशत से अधिक गिरा है। वहीं पिछले 1 साल में स्टॉक 43 प्रतिशत से अधिक टूटा है।
Ideaforge Technology के बारे में
कंपनी ड्रोन बनाने के बिजनेस में लगी हुई है। कंपनी मैपिंग, सिक्योरिटी और निगरानी के लिए मानव रहित विमान बनाती है। कपंनी के ड्रोन सीमाओं पर खुफिया, निगरानी और टोही (आईएसआर) संचालन करने में रक्षा बलों की भी सहायता करते हैं।